नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कश्मीर पंडितों के उत्पीड़न और 1990 के दशक में हुए नरसंहार को लेकर बनाई गई फिल्म 'द कश्मीर फाइल' को लेकर तंज कसा है। महाराष्ट्र के अमरावती में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए शरद पवार ने रविवार को कहा कि 'एक शख्स ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को दिखाते हुए फ़िल्म (द कश्मीर फाइल्स) बनाई। यह दर्शाता है कि बहुसंख्यक हमेशा अल्पसंख्यक पर हमला करते हैं और जब वह बहुमत मुस्लिम होता है, तो हिंदू समुदाय असुरक्षित हो जाता है।' साथ ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने द कश्मीर फाइल्स का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि धार्मिक आधार पर समाज में दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
शरद पवार ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में बैठे हुए लोगों ने इस फ़िल्म (The Kashmir Files) का प्रचार किया। आज हिन्दू-मुसलमान के नाम पर देश की एकता में दरार पैदा करने की कोशिश की जा रही है। राकांपा कभी भी जातिवाद या धार्मिक आधार पर विभाजन का समर्थन नहीं करेगी। समाज के हितों की रक्षा में विश्वास रखने वालों को एक साथ आने की जरूरत है।'
'भाजपा कश्मीरी पंडितों पर हमलों की जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती'
एनसीपी प्रमुख ने देश में पैदा हो रही सांप्रदायिक स्थिति पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा कश्मीरी पंडितों पर हमलों की जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती। हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दरार पैदा की जा रही है जो एक बहुत ही चिंताजनक बात है। इसलिए, जो लोग समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करने में विश्वास करते हैं, उन्हें साथ आना चाहिए। राकांपा लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश करने वालों के खिलाफ संघर्ष करने को तैयार है।
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