नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन में आज बुधवार को पद्म पुरस्कारों का वितरण किया गया। इस दौरान कई हस्तियों को पद्मश्री से सम्मानित किया। इनमें से एक कर्नाटक के बीदर के शाह रशीद अहमद कादरी भी थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार उन्हें गलत साबित किया है।
रशीद अहमद कादरी ने कहा, "मैंने इस पुरस्कार को पाने के लिए 10 साल तक कोशिश की। जब भाजपा सरकार आई तो मैंने सोचा कि मुझे यह पुरस्कार नहीं मिलेगा क्योंकि BJP कभी भी मुसलमानों को कुछ नहीं देती, लेकिन PM मोदी ने मुझे इस पुरस्कार के लिए चुनकर गलत साबित कर दिया।" उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अवार्ड कमिटी के सभी सदस्यों का धन्यवाद देते हैं।
बीदरी कला में कई नए पैटर्न और डिजाइन शाह रशीद अहमद को जाना जाता है
बता दें कि शाह रशीद अहमद कादरी को बीदरी कला में कई नए पैटर्न और डिजाइन पेश करने के लिए पहचाना जाता है। बीदरी एक लोककला है, जिसकी पारंपरिक सृजन कर्नाटक के बीदर शहर से शुरु हुआ था। बाद में धीरे-धीरे इस कला का प्रसार तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में भी हो गया। बीदरी कला का नामकरण इस कला के जन्मस्थल बीदर गांव पर हुआ है। यह एक पारंपरिक शिल्पकला है। इसमें जस्ता, तांबा, चांदी जैसी धातुओं के उपयोग से शिल्प तैयार किए जाते हैं। यह काफी जटिल कला स्वरूप है।
आज वितरित किए 53 लोगों को पद्म पुरस्कार
गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज 53 लोगों को पद्म पुरस्कार वितरित किए। राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कई हस्तियों को पद्म पुरस्करों से नवाजा। इस दौरान समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे दिवंगत मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। मशहूर चिकित्सक दिलीप महालनाबिस को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
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