अडानी-अंबानी की बीवी नहीं, ये हैं भारत की सबसे अमीर महिला, इस बिजनेस घराने से रखती हैं ताल्लुक
फोर्ब्स की तरफ से टॉप 10 अमीर भारतीयों की लिस्ट जारी हुई है। इस लिस्ट में केवल एक महिला का नाम है। जो भारत की सबसे अमीर महिला हैं। वह महिला 17.7 बिलियन डॉलर की मालकिन हैं और भारत की सातवीं सबसे अमीर शख्सियत भी हैं।
फोर्ब्स की तरफ से टॉप 10 अमीर भारतीयों की लिस्ट जारी हुई है। इस लिस्ट में केवल एक महिला का नाम है। जो भारत की सबसे अमीर महिला हैं। वह महिला 17.7 बिलियन डॉलर की मालकिन हैं और भारत की सातवीं सबसे अमीर शख्सियत भी हैं। आपको लग रहा होगा कि यह महिला शायद अडानी या अंबानी खानदान से ताल्लुक रखती होंगी। अगर आप ऐसा सोचते हैं तो बिल्कुल गलत हैं। दरअसल, हम बात कर रहे हैं ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल की, जो भारत की सबसे अमीर महिला हैं। फोर्ब्स मैगजीन के अनुसार, सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला होने के साथ-साथ दुनिया की 91वें नंबर की सबसे अमीर शख्सियत हैं। जबकि साल 2021 में वह 234वें नंबर पर थीं और 2020 में वह 349वें नंबर पर थीं। यानी कि लगभग 2 साल में उनकी दौलत में साढ़े तीन गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कभी कॉलेज तक नहीं गई हैं सावित्री जिंदल
20 मार्च 1950 को असम के तिनसुकिया में पैदा हुई और वही पली-बढ़ीं सावित्री जिंदल कभी कॉलेज नहीं गईं। 20 साल की उम्र में उनकी शादी ओमप्रकाश जिंदल से हो गई। लेकिन साल 2005 में एक हेलीकॉप्टर क्रैश के दौरान ओपी जिंदल की मौत हो गई और 55 साल की उम्र में सावित्री जिंदल के हाथ से पति का साथ छूट गया। जिसके बाद बिजनेस की बागडोर उन्हें अपने हाथों में लेनी पड़ी। सावित्री जिंदल ने अपने पारिवारिक बिजनेस को इतने सही तरीके से चलाया कि महज बीते 2 साल में ही उन्होंने अपनी कुल संपत्ति को 3 गुना ज्यादा कर दिया।
मंत्री भी रह चुकी हैं सावित्री जिंदल
ओपी जिंदल एक सफल बिजनेसमैन होने के अलावा एक कद्दावर राजनेता भी थे। लेकिन जब साल 2005 में एक दुर्घटना में उनकी मौत हुई तो बिजनेस की बागडोर के साथ-साथ राजनीतिक गद्दी भी सावित्री जिंदल को ही संभालनी पड़ी। ओपी जिंदल की मौत के बाद सावित्री जिंदल ने 2005 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिसार से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत दर्ज हुई। चुनाव जीतने के बाद उन्हें भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में मंत्री बनाया गया। इसके बाद साल 2009 के विधानसभा चुनाव में भी सावित्री जिंदल ने जीत दर्ज की और एक बार फिर मंत्री बनीं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राजस्व, आपदा प्रबंधन, पुनर्वास और आवास जैसे विभागों का कार्यभार भी संभाला।
कभी कहा था कि परिवार की महिलाएं घर की देखरेख करती हैं
आज जो महिला भारत की सबसे अमीर महिला बनी हुई हैं, कोई सोच सकता है कि कभी उन्होंने अपने इंटरव्यू के दौरान कहा होगा कि हमारे परिवार की महिलाएं केवल घर की देखरेख करती हैं। दरअसल, फोर्ब्स मैगजीन को दिए अपने एक इंटरव्यू में सावित्री जिंदल ने कहा था कि 'हम हाउस की इंचार्ज रही हैं और पुरुष बाहर के सभी काम देखते हैं।' सावित्री जिंदल और ओपी जिंदल के 9 बच्चे हैं, जिनमें चार बेटे हैं। पृथ्वीराज, सज्जन, रतन और नवीन जिंदल। ओपी जिंदल की मौत के बाद इन चारों में जिंदल समूह की कंपनियों को बांट दिया गया है।
4 साल पहले संपत्ति में आई थी 50 फ़ीसदी की गिरावट
आज जो महिला भारत की सबसे अमीर शख्सियत बनी हुई हैं, आज से महज 4 साल पहले यानी साल 2018-19 के बीच उनकी संपत्ति में 50 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। 2018 में जहां उनकी संपत्ति 8.8 बिलियन डॉलर थी। वहीं 2019 में यह गिरकर 5.9 बिलियन डॉलर हो गई थी और साल 2020 में यह और नीचे गिरी और 4.8 बिलियन डॉलर हो गई। लेकिन 2021-22 ने सावित्री जिंदल की किस्मत में चार चांद लगा दिए और महज 2 वर्षों में उन्होंने 4.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति से अपने व्यापार को 17.7 बिलियन डॉलर के करीब पहुंचा दिया। यानी 2 वर्षों में लगभग कुल एक लाख करोड़ का इजाफा हुआ।