"धर्म के नाम पर धंधा जारी", हाथरस हादसे पर बोले संजय सिंह, राउत ने कहा- ऐसे 'सत्संग' पर किसी का वश नहीं
हाथरस हादसे पर संजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। 'आप' ने कहा कि पूरे देश में अनियंत्रित "बाबा बाजार" चल रहा है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के प्रवचन के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। इस सत्संग में हुई भगदड़ के दौरान मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं। ज्यादातर शवों की पहचान हो चुकी है। हादसे पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि पूरे देश में अनियंत्रित "बाबा बाजार" चल रहा है। धर्म के नाम पर धंधा जारी है। इन बाबाओं की पृष्ठभूमि क्या है? कौन जांच करेगा? कुछ दिनों तक शोक संवेदना व्यक्त की जाएगी फिर सब कुछ भुला दिया जाएगा, क्योंकि हमारे देश में इंसान की जिंदगी की कीमत 2 लाख रुपये का चेक है।
"सत्संग आयोजनों की जिम्मेदारी कौन लेगा?"
वहीं, इस हादसे पर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने कहा, "यह बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। देश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। कुछ साल पहले नवी मुंबई में एक 'सत्संग' का आयोजन किया गया था और भगदड़ मच गई, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए। ऐसे 'सत्संग' पर किसी का वश नहीं, ये 'बाबा' और 'महाराज' लोगों को बुलाते हैं और प्रशासन असहाय है। एक कानून बनना चाहिए...इस तरह के 'सत्संग' आयोजनों की जिम्मेदारी कौन लेगा? इन आयोजनों में गरीब लोग शामिल होते हैं।"
हादसे के बाद सत्संग वाले 'भोले बाबा' फरार
सत्संग वाले 'भोले बाबा' हादसे के बाद से ही फरार हैं। ज्यादातर अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई। कुछ लोगों का कहना है कि लोग प्रवचनकर्ता की कार के पीछे भागते समय कीचड़ में फिसल गए, जिससे भगदड़ मच गई। हाथरस जिले के फुलरई गांव में बाबा नारायण हरि द्वारा आयोजित सत्संग में शामिल होने के लिए लाखों अनुयायी पहुंचे हुए थे। बाबा नारायण हरि, साकार विश्व हरि भोले बाबा के नाम से भी लोकप्रिय हैं।
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