Sanjay Pandey Arrested: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को ईडी (ED) ने आज मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। संजय पांडे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के कर्मचारियों के फोन टैपिंग से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए आज ईडी के सामने पेश हुए थे। उनसे बीते दिन सोमवार को भी पूछताछ की गई थी। ईडी ने सोमवार को उनसे 3 घंटे तक पूछताछ की थी।
संजय पांडे 30 जून को रिटायर हुए थे
संजय पांडे 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं। वे 30 जून को रिटायर हुए थे। मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में अपने चार महीने के कार्यकाल से पहले उन्होंने महाराष्ट्र के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के रूप में भी सेवाएं दीं। उन पर आरोप है कि 2009-17 के बीच एनएसई कर्मचारियों की अवैध फोन टैपिंग की गई, जिसमें 'आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड' नामक कंपनी की कथित तौर पर संलिप्तता है।
कंपनी ने एनएसई का सिक्योरिटी ऑडिट किया था
जांच में यह पाया गया कि संजय पांडे कंपनी के कामकाज और गतिविधियों से निकटता से जुड़े हैं। इस कंपनी ने एनएसई का सिक्योरिटी ऑडिट किया था। आईसेक सिक्योरिटीज कंपनी में मार्च 2001 में संजय पांडे को शामिल किया गया था और उन्होंने मई 2006 में इसके निदेशक के रूप में पद छोड़ दिया। बाद में उनके बेटे और मां ने कंपनी का कार्यभार संभाला। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि कंपनी को कथित तौर पर अवैध टैपिंग के लिए 4.45 करोड़ रुपये मिले। एजेंसी ने दावा किया कि कंपनी ने शेयर बाजार के वरिष्ठ प्रबंधन को टैप की गई बातचीत की लिखित प्रति भी मुहैया कराई।
सीबीआई और ईडी दोनों ने मामला दर्ज किया है
सीबीआई ने सोमवार को कहा था कि उसने संजय पांडे और मुंबई के एक अन्य पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोप में पूछताछ की। एनएसई के कर्मचारियों की कथित फोन टैपिंग मामले में सीबीआई और ईडी दोनों ने संजय पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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