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Hindi News भारत राष्ट्रीय क्रूज शिप ड्रग्स केस सेटल करने के लिए मांगे थे 25 करोड़, समीर वानखेड़े को लेकर CBI की जांच में बहुत बड़े खुलासे

क्रूज शिप ड्रग्स केस सेटल करने के लिए मांगे थे 25 करोड़, समीर वानखेड़े को लेकर CBI की जांच में बहुत बड़े खुलासे

आरोपों के मुताबिक एनसीबी को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि एक प्राइवेट क्रूज शिप पर कुछ प्राइवेट लोग ड्रग्स का सेवन कर रहे हैं और उनके पास ड्रग्स हैं। आरोप है इस केस में इन सभी आरोपियों ने 25 करोड़ रुपए की डिमांड की थी।

मुंबई एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े- India TV Hindi Image Source : FILE मुंबई एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े

सीबीआई ने मुंबई एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े समेत 4 अन्य लोग, जिनमें विश्वा विजय सिंह, तत्कालीन सुपरिटेंडेंट एनसीबी, आशीष रंजन, तत्कालीन इंटेलिजेंस अधिकारी, मुंबई एनसीबी, केपी गोसावी, संविले डिसूजा और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन और आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज कर 29 ठिकानों पर छापेमारी की है। बता दें कि इन सभी आरोपियों में केपी गोसावी वही शख्स है जिसकी शाहरुख खान के बेटे आर्यन के साथ फोटो वायरल होने के विवाद खड़ा हो गया था। 

केस सेटल करने के लिए मांगी थी रिश्वत
दरअसल, एनसीबी की विजिलेंस टीम ने जांच के बाद सीबीआई से इस मामले की जांच के लिए आग्रह किया था। जांच में सामने आया कि मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर और दूसरे आरोपियों ने केस नंबर 94/2021 जो एनसीबी ने दर्ज किया था, उसको सेटल करने की एवज में तमाम तरह की रिश्वत की डिमांड की थी और कुछ पैसा रिश्वत के तौर पर लिया भी था। 

क्रूज शिप से गिरफ्तार लोगों से 25 करोड़ रुपए की डिमांड
आरोपों के मुताबिक एनसीबी को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि एक प्राइवेट क्रूज शिप पर कुछ प्राइवेट लोग ड्रग्स का सेवन कर रहे हैं और उनके पास ड्रग्स हैं। आरोप है इस केस में इन सभी आरोपियों ने 25 करोड़ रुपए की उगाही गिरफ्तार आरोपियों से करने को कोशिश की और धमकी दी ऐसा न करने पर नारकोटिक्स बरामद होने के आरोप में फंसा दिया जाएगा। सामने आया कि इन सभी आरोपियों ने टोकन एमाउंट के तौर पर 50 लाख रुपए ले भी लिए गए थे, जिन्हें बाद में लौटा दिया गया।

विदेशी दौरों पर खर्च का हिसाब नहीं दे पाए वानखेड़े
जांच के दौरान मुंबई एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने विजिलेंस टीम को अपने विदेशी टूर के बारे में सही जानकारी नहीं दी थी। यहां तक कि विजिलेंस टीम को विदेश दौरों पर होने वाले खर्च के बारे में भी गलत जानकारी दी। पूछताछ में वानखेड़े विदेशी दौरों को स्पांसर करने वालों की जानकारी भी नहीं दे पाए। इतना ही नहीं विजिलेंस टीम को पता चला कि समीर वानखड़े विदेशी महंगी घड़ियों की खरीद फरोख्त करते हैं, जिसके बारे में उन्होंने डिपार्टमेंट को भी कोई जानकारी नहीं दी थी।

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