सलमान खान के घर फायरिंग मामले में बड़ी खबर, आरोपी अनुज थापन ने कर ली आत्महत्या
सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग मामले में एक आरोपी ने सुसाइड कर ली है। ये वही शख्स है, जिस पर शूटरों को हथियार दिलवाने का आरोप था। आरोपी की पहचान अनुज थापन के रूप में हुई है।
मुंबई: बॉलीवुड स्टार सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। इस केस में एक आरोपी अनुज थापन ने आत्महत्या कर ली है। अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया करवाने का आरोप था।
मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी अनुज थापन ने चादर के जरिए फांसी लगाकर सुसाइड की। आरोपी को रात में सोने के दौरान चादर दी गई थी। सुबह रुटीन चेक के लिए जब पुलिस टीम उसकी बैरक में पहुंची तो अनुज बेहोश हालात में मिला।
बाद में पुलिस आरोपी अनुज थापन को जीटी हॉस्पिटल लेकर पहुंची। यहां इलाज के दौरान आरोपी की मौत हो गई।
लॉरेंस बिश्नोई समेत गैंग के कई लोगों पर लग चुका है MCOCA
हालही में खबर मिली थी कि मुंबई पुलिस ने 14 अप्रैल को बांद्रा स्थित एक्टर सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की घटना को लेकर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम यानी कि MCOCA के प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि कथित शूटर विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के अलावा सोनू कुमार चंदर बिश्नोई (37) और अनुज थापन (32) के साथ-साथ गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल बिश्नोई पर भी मकोका लगाया गया है।
कब हुई थी फायरिंग
सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास ‘गैलेक्सी अपार्टमेंट’ पर 14 अप्रैल की सुबह 2 मोटरसाइकिल सवार लोगों द्वारा गोलीबारी करने के बाद पुलिस ने IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस ने 16 अप्रैल को गुप्ता और पाल को गुजरात के भुज से गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने दावा किया कि जब गुप्ता मोटरसाइकिल चला रहा था तो पाल ने कथित तौर पर गोलियां चलाई थीं।
बता दें कि बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई बंदूक को सूरत की तापी नदी से बरामद कर लिया गया था। इस दौरान कुछ जिंदा कारतूस भी मिले थे। सलमान के घर पर गोली चलाने वाले युवकों विक्की गुप्ता और सागर पाल ने पूछताछ के दौरान बताया था कि वो सलमान के घर गोलीबारी को अंजाम देकर मुंबई से सड़क के रास्ते सूरत पहुंचे थे। यहां से वे ट्रेन से भुज की ओर गए, जहां यात्रा के दौरान उन्होंने पिस्तौल को एक रेलवे पुल से तापी नदी में फेंक दिया था।