नई दिल्ली: रामजन्मभूमि आंदोलन की फायरब्रांड नेता साध्वी ऋतंभरा ने इंडिया टीवी के सुपरहिट शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। इस दौरान साध्वी ऋतंभरा ने राम मंदिर से लेकर विपक्ष और समान नागरिक संहिता जैसे अहम मुद्दों पर खुलकर बात की। साध्वी ऋतंभरा ने शो में लोकसभा चुनाव को लेकर भी बताया कि उन्होंने क्यों अमेठी से लड़ने का ऑफर ठुकरा दिया था।
क्यों ठुकराया चुनाव लड़ने का ऑफर?
इंडिया टीवी के शो 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने रजत शर्मा के एक सवाल का जवाब देते हुए खुलासा किया कि एक बार उन्हें उत्तर प्रदेस के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया था। लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उनका राजनीति में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है। साध्वी ऋतंभरा ने आगे कहा, "हमें राजनीति की दिशा बदलना पसंद है, राजनीति में शामिल होना नहीं।"
"वरना हर हिंदू को 4 संतान पैदा करने का मिले अधिकार"
'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर भी बात की। साध्वी ने मांग की कि अगर केंद्र जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) में "संतुलन" लाना चाहता है तो उसे सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए और समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए, अन्यथा प्रत्येक हिंदू को 4 संतान पैदा करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि आपने अभी कुछ समय पहले बयान दिया था कि एक-एक हिंदू को चार बच्चे पैदा करने चाहिए तो क्या ऐसा बयान देना ठीक है? साध्वी ऋतंभरा ने जवाब दिया: 'हां, बिल्कुल ठीक है।
अगर जब तक समान नागरिक संहिता लागू नहीं हो जाती, अगर जनसंख्या का असंतुलन इस देश में होता गया तो क्या होने वाला है? हम वह भारतीय हैं जो 35 साल से पहले ब्याह नहीं करते और आठ साल बालकों को जन्म नहीं देते तो फिर हमारी परंपरा का संवाहक कौन होगा? मेरे उस बयान को आधा बताया गया। मैंने पहले कहा था जनसंख्या पर कानून लाओ और अगर नहीं लाते हो तो फिर हिंदू भी 4 बच्चों को जन्म दें।
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