Russia-Ukraine War: रूसी सेना ने रविवार को ड्रोन की मदद से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के गृह नगर और अन्य इलाकों को निशाना बनाया। वहीं, यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर लाइमैन पर दोबारा पूर्ण नियत्रंण हासिल कर लिया है। लाइमैन के रूस के हाथों से फिसल जाने को क्रेमलिन के लिए करारा झटका माना जा रहा है, जिसने हाल में यूक्रेन के तीन प्रांतों को अवैध तरीके से अपने क्षेत्र में विलय कर युद्ध को और भड़का दिया है।
रूसी ड्रोन से हमला
जेलेंस्की ने रविवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि उनके सैनिकों ने लाइमैन को पूरी तरह से अपने नियंत्रण में ले लिया है। साथ ही जेलेंस्की ने सुरक्षा बलों को इसके लिए बधाई भी दी और उनका आभार जताया। रूस ने शनिवार को कहा था कि उसने एक समय में अपने कब्जे में रहे शहर लाइमैन से रूसी सैनिकों को वापस बुला लिया है। निप्रॉपेट्रोवस्क प्रांत के गवर्नर वैलेंटाइन रेज्निचेंको ने कहा कि दक्षिणी यूक्रेन स्थित जेलेंस्की के गृह नगर क्रिवी रिह में रविवार तड़के रूसी ड्रोन के जरिये एक स्कूल पर हमला किया गया, जिससे स्कूल की दो मंजिलें क्षतिग्रस्त हो गईं। रूस ने हाल के हफ्तों में यूक्रेन में लक्षित हमलों के लिए ईरान-निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू किया है।
दो दिन पहले मारे गए 30 नागरिक
अभी दो दिन पहले भी रूसी गोलाबारी में यूक्रेन ने अपने 30 नागरिकों के मारे जाने और 88 लोगों के घायल होने की पुष्टि की थी। यूक्रेन ने रूस पर बर्बरता बरतने का आरोप लगाया था। लोगों की निर्मम हत्या पर रूस ने बिना कोई प्रतिक्रिया दिए हमले पर हमले कर रहा है। इसमें आम नागरिकों की जान भी जा रही है। इससे यूक्रेन में एक बार फिर दहशत का माहौल है। लोगों अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। बताया जा रहा है कि रूसी गोलीबारी से बचाने के लिए यूक्रेन के संवेदनशील इलाकों से नागरिकों को हटाया ही जा रहा था कि उसी दौरान रूस ने बम गिरा दिया। इससे बेकसूर लोगों की जान चली गई।
बातचीत के बीच हमला जारी
राष्ट्रपति पुतिन ने रूस के चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर अपना अधिकार जमाने के बाद अब युद्ध विराम का संकेत दिया था। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के पास अब शांति का प्रस्ताव भेजा है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को अब संघर्ष छोड़कर बातचीत की मेज पर आगे आए। यही इसका रास्ता है। मतलब साफ है कि यूक्रेन के चार राज्यों को रूस का पार्ट बनाने के बाद अब पुतिन आगे युद्ध नहीं चाहते हैं। मगर यूक्रेन के नागरिकों पर अब इस तरह का जानलेवा हमला करवाने के पीछे पुतिन की मंशा क्या हो सकती है। इस बारे में लोग सोचने को मजबूर हैं। क्या पुतिन जेलेंस्की पर बातचीत का दबाव बनाने के लिए यूक्रेनी नागरिकों पर हमला करवा रहे हैं। ताकि इससे जेलेंस्की घबराकर वार्तालाप को राजी हो जाएं। क्योंकि इससे पहले जेलेंस्की बार-बार अपने क्षेत्रों को रूस से वापस लौटाने की बात कहते रहे हैं। अपने क्षेत्रों पर दोबारा कब्जा नहीं मिलने तक यूक्रेन संघर्ष करते रहने का ऐलान भी करता रहा है। मगर अब देखना ये है कि इस ताजा घटनाक्रम के बाद यूक्रेन क्या निर्णय लेता है।
Latest India News