रांची: यूक्रेन के कीव मेडिकल विश्वविद्यालय में चौथे वर्ष के छात्र मोहम्मद शाहरुख अंसारी (23) शुक्रवार रात को रह-रह कर हो रही बमबारी और गोलीबारी के कारण कीव स्थित अपने अपार्टमेंट में सो नहीं सके। अंसारी झारखंड के कोडरमा जिले के झुमरी तलैया के निवासी हैं। उन्होंने अपने पांच दोस्तों (उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के दो-दो तथा असम के एक दोस्त) के साथ खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था। वे भारत लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
अंसारी ने कीव से व्हाट्सऐप के जरिये कहा, “यहां स्थिति बेहद नाजुक है। हम बमबारी और गोलीबारी के बीच सारी रात जग रहे हैं। परिसर के भीतर बंकर शिविर बनाये गए हैं लेकिन इस स्थिति ने हमें परेशानी में छोड़ दिया है। हम किसी भी तरह भारत लौटना चाहते हैं। मैं भारत सरकार और झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार से अनुरोध करता हूं कि कृपया जल्द से जल्द हमारे सुरक्षित निकलने के लिए कुछ कीजिये।”
उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन में भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं। अंसारी ने कहा, “दूतावास की ओर से कहा गया है कि हम इंतजार करें और बाहर नहीं निकलें।” अंसारी के भाई सैफ अली झुमरी तलैया में व्यवसाय करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका भाई मेडिकल की पढ़ाई के लिए 2018 में यूक्रेन गया था। अंसारी अकेले नहीं हैं, झारखंड के सौ से ज्यादा छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे और वे वहां विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
झारखंड सरकार द्वारा बनाये गए नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा, “यूक्रेन में फंसे छात्रों और कर्मचारियों के संबंध में हमें शुक्रवार रात से लगभग सौ कॉल मिले हैं।” नियंत्रण कक्ष के प्रमुख जॉनसन टोपनो ने कहा कि शनिवार शाम पांच बजे तक झारखंड के 86 छात्रों का यूक्रेन में पता लगाया जा चुका है जिनमें से 62 पुरुष और 18 महिलाएं हैं।
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