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Hindi News भारत राष्ट्रीय कामयाबी: यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी की कवायद तेज, तिरंगा लिए खिलखिला उठे चेहरे

कामयाबी: यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वतन वापसी की कवायद तेज, तिरंगा लिए खिलखिला उठे चेहरे

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को रोमानिया के रास्ते स्वदेश वापस लाया जाएगा। ये सब इसलिए हो पा रहा है क्योंकि पश्चिमी यूक्रेन के Lviv और Chernivtsi में भारतीय विदेश मंत्रालय के कैंप सक्रिय हो गए हैं।

Indians rescue from Romania- India TV Hindi Image Source : ANI Indians rescue from Romania

Highlights

  • केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन 26 फरवरी को एक विशेष उड़ान में यूक्रेन से दिल्ली पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों का स्व
  • यूक्रेन में फंसे भारतीयों को रोमानिया के रास्ते स्वदेश वापस लाया जाएगा
  • 'यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए नवीनतम एडवाइजरी जारी की गई है, जो पोलैंड के रास्ते निकलना चाहते हैं'

Russia Ukraine News: यूक्रेन में फंसे भारतीयों के सुरक्षित स्वदेश वापसी की कवायद तेज हो गई है। यूक्रेन से भारतीय छात्रों की वापसी शुरू हो गई है, रोमानिया के रास्ते से मिशन चलाया जा रहा है। भारतीय छात्रों का पहला जत्था चेर्नित्सि से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना हुआ। MEA कैंप कार्यालय अब पश्चिमी यूक्रेन के ल्वीव और चेर्नित्सि शहरों में कार्यारत हैं। रूसी भाषी अधिकारियों को इन कैंपों में भेजा जा रहा है। 

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन 26 फरवरी को एक विशेष उड़ान में यूक्रेन से दिल्ली पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों का स्वागत करेंगे। यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि, यूक्रेन से 470 से ज्यादा भारतीय छात्रों को निकाला गया। छात्रों को यूक्रेन से रोमानिया ले जाया जा रहा है। रोमानिया से छात्रों को स्वदेश यानी भारत लाने के लिए भारत सरकार 2 विमान भेज रही है। पोलैंड और लिथुआनिया में भारत का दूतावास ने कहा, यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए नवीनतम एडवाइजरी जारी की गई है, जो पोलैंड के रास्ते निकलना चाहते हैं।

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शनिवार को एयर इंडिया की दो फ्लाइट्स बुखारेस्ट और बुडापेस्ट भारतीयों को रेस्क्यू करने के लिए जाएंगी। पिछले कई दशकों के दौरान जब भी संघर्ष के दौरान दूसरे देशों से भारतीयों को निकालने का सवाल उठा है तो एयर इंडिया ने अहम भूमिका निभाई है। एयर इंडिया के पास किसी नागरिक विमानन कंपनी द्वारा अन्य देशों में फंसे लोगों को वहां से निकालने का सबसे बड़ा अभियान चलाने की विशिष्ट पहचान रही है और वह इस सिलसिले में गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में जगह पा चुकी है। सन् 1990 में कुवैत पर इराक के हमले के बाद एक लाख से अधिक लोगों को कुवैत से निकालने पर एयर इंडिया को यह विशिष्ट पहचान मिली।

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को रोमानिया के रास्ते स्वदेश वापस लाया जाएगा। ये सब इसलिए हो पा रहा है क्योंकि पश्चिमी यूक्रेन के Lviv और Chernivtsi में भारतीय विदेश मंत्रालय के कैंप सक्रिय हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से bucharest के लिए शुक्रवार रात 9 बजे एक फ्लाइट है और मुंबई से भी bucharest के लिए रात 10.30 बजे फ्लाइट जाएगी। बताया गया है कि यूक्रेन में अभी 20 हजार के करीब भारतीय फंसे हुए हैं। 

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिमी यूक्रेन के लीव एवं चेर्निवित्सी शहरों में कैम्प कार्यालय स्थापित किया ताकि वहां से भारतीयों को हंगरी, रोमानिया और पोलैंड के लिये पारगमन सुविधा प्रदान की जा सके। सूत्रों ने यह जानकारी दी। रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना भी पूरी तरह से तैयार है। शुक्रवार को भारतीय वायुसेना की ओर से कहा गया है कि भारतीय वायु सेना यूक्रेन से अपने नागरिकों की निकासी के लिए हर जरूरत के लिए तैयार है। इंडियन एयरफोर्स के प्रवक्त विंग कमांडर आशीष मोघे ने कहा 'भारतीय वायु सेना यूक्रेन से हमारे नागरिकों की निकासी की किसी भी आवश्यकता के लिए तैयार है।' 

यूक्रेन के लविव में स्थित डेनलो हेलितस्की मेडिकल विश्वविद्यालय के लगभग 40 भारतीय छात्रों का एक समूह निकासी के लिए यूक्रेन-पोलैंड सीमा की ओर बढ़ रहा है। उन्हें एक कॉलेज बस ने सीमा से लगभग 8 किलोमीटर दूर छोड़ा है। यूक्रेन में फंसे 40 भारतीय स्‍टूडेंट पैदल चलकर यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर तक पहुंचने में सफल रहे हैं। न्‍यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट  के अनुसार, इन स्‍टूडेंट्स को कॉलेज बस ने बॉर्डर से करीब 8 किमी दूर छोड़ दिया था और बॉर्डर तक का सफर इन्‍हें पैदल करना पड़ा।

पोलैंड की सीमा से करीब 70 किमी दूर, लीव (Lviv) के मेडिकल कॉलेज के स्‍टूडेंट यूक्रेन के पड़ोसी देश से निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं क्‍योंकि रूस के हमले बाद यूक्रेन के हवाईक्षेत्र (airspace) को बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि रूस के हमले की वजह से हजारों की संख्या में भारतीय विशेषकर स्टूडेंट्स यूक्रेन में फंस गए हैं। यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को फंसे हुए भारतीयों से मजबूत, 'सुरक्षित और सतर्क' बने रहने की अपील की और कहा कि रोमानिया और हंगरी सीमा के रास्ते उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं।

यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने परामर्श में कहा कि भारतीय टीमों को हंगरी सीमा पर चोप-जाहोनी सीमा बिंदु और रोमानिया सीमा पर उजहोरोड में चेर्नित्सि के पोरबने-स्ट्रीट के आसपास तैनात किया जा रहा है। एडवाइजरी में कहा गया है, 'इस कठिन परिस्थिति में भारतीय दूतावास भारतीयों से मजबूत, सुरक्षित और सतर्क रहने का अनुरोध करता है। दूतावास भी यूक्रेन में भारतीय समुदाय की मदद के लिए चौबीस घंटे काम कर रहा है।' एडवाइजरी के अनुसार, 'भारत सरकार और दूतावास रोमानिया व हंगरी के जरिए निकासी मार्ग स्थापित करने पर काम कर रहे हैं।'

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