मुंबई : यूक्रेन से बृहस्पतिवार को मुंबई पहुंचे एक छात्र ने कहा है कि युद्धग्रस्त देश में अब भी कई भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और उन्हें मदद की आवश्यकता है। अधिकारियों ने बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 183 यात्रियों को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से लेकर एक विशेष विमान बृहस्पतिवार सुबह मुंबई पहुंचा। इन यात्रियों में एक नवजात भी शामिल है। केन्द्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने मुंबई पहुंची तीसरी निकासी उड़ान में सवार लोगों का हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में भीषण हमला
‘एयर इंडिया एक्सप्रेस’ का विमान सुबह करीब साढ़े पांच बजे बुडापेस्ट से यहां पहुंचा। यूक्रेन के पूर्वी हिस्से पर रूस का भीषण हमला जारी है। यूक्रेन से विमान के जरिए बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे एक छात्र ने कहा, ‘‘समस्या (यूक्रेन के) पूर्वी हिस्से में है और लोगों (छात्रों) को वहां मदद की आवश्यकता है।’’
इनपुट-भाषा
कई छात्र अब भी फंसे हुए हैं
एक अन्य छात्रा ने कहा कि वह यूक्रेन की सीमा पार करने में सफल रही, लेकिन कई छात्र अब भी फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैं प्रार्थना कर रही हूं कि वे भी वहां से बाहर निकल जाएं।’’ छात्रा ने कहा, ‘‘विमान में सीट आरक्षित कराना मुश्किल था। छात्रों को उड़ान में सीट नहीं मिल पा रही थी, लेकिन फिर भारतीय दूतावास ने इसमें हमारी मदद की।’’
सभी को वापस लाने तक अभियान जारी रहेगा
इस बीच, दानवे ने कहा कि अभी तक करीब चार से पांच हजार भारतीयों को स्वदेश लाया गया है और बाकी बचे लोगों को वापस लाने तक अभियान जारी रहेगा। महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने पिछले हफ्ते कहा था कि राज्य के लगभग 1,200 छात्रों के युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फंसे होने की आशंका है।
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