नयी दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद एक बार फिर भारत ने रूस और यूक्रेन दोनों से संयम बरतने की अपील की है। साथ ही यह भी कहा कि दोनों देशों को बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालना चाहिए। भारत ने बदले हुए घटनाक्रम को पूरे क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
बड़े संकट में बदल सकते हैं हालात
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा- हम तत्काल डी-एस्केलेशन का आह्वान करते हैं, स्थिति एक बड़े संकट में तब्दील होने के कगार पर है। अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला जाता तो यह सुरक्षा को कमजोर कर सकता है। सभी पक्षों की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
हमला नागरिकों की सुरक्षा के लिये जरूरी-पुतिन
आपको बता दें कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने आज यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा की, साथ ही अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ऐसे परिणाम होंगे,जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे।' पुतिन ने कहा कि यह हमला पूर्वी यूक्रेन में नागरिकों की सुरक्षा के लिये जरूरी था । उन्होंने कहा कि रूस का लक्ष्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है, बल्कि क्षेत्र को सैन्य प्रभाव से मुक्त बनाना एवं अपराध करने वालों को न्याय के कटघरे में खड़ा करना है।
अमेरिका ने हमले की निंदा की
वहीं अमेरिका समेत अन्य सहयोगी देशों ने रूस के इस कदम की निंदा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने कहा कि इस हमले से होनेवाली मौतों के लिए केवल रूस जिम्मेदार होगा। बायडेन ने कहा कि जी-7 समूह की बैठक के बाद वे गुरुवार को अमेरिका की जनता को संबोधिक करेंगे। माना जा रहा है कि गुरुवार को रूस के खिलाफ और प्रतिबंधों की घोषणा की जा सकती है।
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