Russia Ukraine News: नागर विमानन मंत्रालय ने रविवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 1,500 से अधिक भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए सोमवार को आठ उड़ानें परिचालित की जाएंगी। यूक्रेन का वायु क्षेत्र रूसी हमले के कारण 24 फरवरी से बंद है। यू्क्रेन से बाहर निकल रहे भारतीय नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड जैसे देशों से विमानों के जरिये स्वदेश लाया जा रहा है।
नागर विमानन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, ऑपरेशन गंगा के तहत आज (रविवार को) यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 11 विशेष उड़ानों के द्वारा 2,135 भारतीयों को देश वापस लाया गया है। इसके साथ ही 22 फरवरी, 2022 को विशेष उड़ानें शुरू होने के बाद से अब तक 15,900 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। बयान में कहा गया है, ‘‘कल (सोमवार को) आठ विशेष उड़ानें बुडापेस्ट (पांच), सुकियवा (दो) और बुखारेस्ट (एक) से परिचालित होने की उम्मीद है, जिनके जरिये 1,500 से अधिक भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा।’’
यूक्रेन में अब भी फंसे भारतीयों से दूतावास ने ऑनलाइन आवेदन भरने को कहा
यूक्रेन में भारत के दूतावास ने युद्धग्रस्त देश में फंसे सभी भारतीयों से रविवार को, एक ऑनलाइन आवेदन पत्र तत्काल भरने को कहा। दूतावास ने ट्वीट किया, “सभी भारतीय नागरिक जो अब भी यूक्रेन में फंसे हैं उनसे अनुरोध है कि वे संलग्न गूगल फॉर्म को तत्काल भरें।” गूगल आवेदन पत्र में नाम, ईमेल, फोन नंबर, वर्तमान ठिकाना, पासपोर्ट का ब्यौरा, लिंग और उम्र का विवरण देने को कहा गया है। आवेदन में दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वर्तमान स्थिति बताने को भी कहा है। आवेदन में स्थलों की एक सूची दी गई है और उनमें से चयन का विकल्प दिया गया है। ऑनलाइन आवेदन में जिन स्थलों की सूची दी गई है वे इस प्रकार हैं- चेरकासी, चेर्निहिव, चेरनिवित्सी, निप्रोपेत्रोव्स्क, दोनेत्स्क, इवानो-फ्रांकिवस्क, खारकीव, खेर्सोन, खमेलनित्स्की, किरोवोग्राद, कीव, लुहांस्क, लवीव, मिकोलेव और ओडेसा। इसके अलावा पोलतावा, रिवने, सूमी, तेरनोपिल, विनित्स्या, वोलिन, जकरपत्या, जापोरोझ्या और झितोमीर को भी सूची में शामिल किया गया है। हंगरी में स्थित भारतीय दूतावास ने भी एक ट्वीट किया है। इसमें कहा गया, “महत्वपूर्ण सूचना: भारतीय दूतावास ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण की निकासी उड़ानों की आज शुरुआत कर रहा है। जो भी छात्र (दूतावास के अलावा) खुद से किये गए प्रबंध में रह रहे हैं, उन्हें बुडापेस्ट स्थित यूटी 90 रकोजी हंगरी सेंटर में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक पहुंचने का अनुरोध किया जाता है।
यू्क्रेन से 15 लाख से अधिक लोग शरण लेने के लिए पड़ोसी देशों में गये: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि रूस के आक्रमण के बाद पड़ोसी देशों में शरण पाने के लिए 15 लाख से अधिक शरणार्थी यूक्रेन छोड़ चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी उच्चायुक्त फिलिप्पो ग्रांडी ने रविवार को ट्वीट किया कि यह ‘‘ द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ता शरणार्थी संकट है।’’ उनकी एजेंसी ने शरणार्थियों के आंकड़ों के बारे में सटीक जानकारी नहीं दी है। ग्रांडी यूक्रेन सीमा से सटे देशों के दौरे पर हैं।
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