अंबाला (पंजाब): अंबाला शहर शालीमार कॉलोनी से यूक्रेन में एमबीबीएस करने गई छात्रा के वापस लौटने पर परिवार में खुशी का माहौल है। देर रात को नेहा के अंबाला पहुंचने पर कॉलोनी में खुशी का माहौल रहा। इस दौरान परिवार के साथ साथ अन्य लोगों ने आरती उताकर नेहा का स्वागत किया। जब से यूक्रेन पर रूस द्वारा हमला किया गया है, तब से परिवार नेहा की सुरक्षा को लेकर चिंतित था लेकिन जब वह कल वापस अंबाला आई तो परिवार की खुशी का ठिकाना न रहा। वहीं नेहा ने कहा कि वहां पर माहौल चिंताजनक है और हजारों स्टूडेंट्स अभी भी फंसे हुए हैं।
यूक्रेन से अंबाला पहुंची नेहा ने बताया कि अब वहां पर हालात बहुत ज्यादा खराब है। पहले सीविलियंस पर कोई हमला नहीं होता था, लेकिन अब वह भी होने लगा है। हम 6 लोगों ने मिलकर ग्रुप में निकलने का फैसला किया और इस दौरान रोमानिया बॉर्डर तक पहुंचने के लिए कई बार ट्रेन और कई बार बसें बदली। कई किलोमीटर तक पैदल भी चला पड़ा। रोमानिया बॉर्डर पर भी पहुंचने पर खारकी के बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था। जिसके बाद हमने अपने कॉलेज का नाम बदला और फिर हमें वहां से इंडिया शिफ्ट किया गया।
नेहा ने कहा, मेरा सरकार से आग्रह है कि वहां पर फंसे स्टूडेंट्स की मदद की जाए, क्योंकि अब तो उनके पास खाना भी खत्म हो गया है। रोमानिया बॉर्डर पर हजारों स्टूडेंट्स एंट्री का इंतजार कर रहे हैं। ठंड बहुत ज्यादा है और खाने के लिए कुछ नहीं है।
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