रांची से दिल्ली जा रही फ्लाइट में एक बच्चे की तबियत बिगड़ने के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया। नवजात बच्चा जन्म से ही दिल की बीमारी से जूझ रहा है। बच्चे की तबियत खराब होने के बाद विमान में सवार 2 डॉक्टरों ने बच्चे की जान बचा ली। दरअसल मामला है रांची-दिल्ली फ्लाइट का। यहां रांची से दिल्ली जा रही फ्लाइट में एक दंपत्ती अपने 6 महीने के बच्चे के लेकर चला। बच्चा जन्म से ही हृदय रोग से पीड़ित है। दंपत्ति बच्चे को दिल्ली स्थित एम्स में दिखाने के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान फ्लाइट में बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। बच्चे का हाल देख मां रोने लगी। इसके बाद फ्लाइट क्रू ने अनाउंसमेंट की और बच्चे की मदद के लिए गुहार लगाई।
विमान में डॉक्टरों ने बचाई बच्चे की जान
इसके बाद विमान में सवार दो लोग आए और बच्चे को बचाने में जुट गए। बता दें कि बच्चे की जान बचाने के लिए आगे आए यात्री आएएएस अधिकारी डॉ. नितिन कुलकर्मी और रांची के डॉक्टर मोजम्मिल फिरोज थे। वे भी इसी विमान में यात्रा कर रहे थे। बता दें कि कुलकर्मी वर्तमान में झारखंड के राज्यपाल के प्रधान सचिव हैं. साथ ही उन्हें डॉक्टरी का भी अनुभव है। वहीं डॉ. फिरोज सदर अस्पताल रांची में नियुक्त हैं। इसबाबत कुलकर्णी ने कहा कि बच्चे को इंजेक्शन दिया और उसे ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। बच्चा दिल की बीमारी से जूझ रहा है जिसे इंजेक्शन लगाए जाने के बाद से उसकी स्थिति में सुधार देखने को मिला।
यात्रियों ने डॉक्टरों को कहा- धन्यवाद
डॉ. कुलकर्णी ने इस बाबत कहा कि विमान में बच्चे को इंजेक्शन दिए जाने के बाद का 15-20 मिनट का समय काफी तनावपूर्ण और अहम था। हालांकि कुछ देर बाद बच्चे को होश आ गया और बच्चा बोलने भी लगा। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद फ्लाइट की दिल्ली में सुबह 9.25 बजे लैंडिग कराई गई और एयरपोर्ट पर मेडिकल सपोर्ट देने के लिए टीम वहां पहले से पहुंची हुई थी। बता दें कि बच्चे की जान बचाने वाले दोनों डॉक्टरों को विमान यात्रियों ने धन्यवाद भी दिया।
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