Aap ki Adalat : देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंडिया टीवी पर प्रसारित आप की अदालत शो में अपने प्रारंभिक जीवन से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए इस बात का खुलासा किया कि वे राजनीति में तो नहीं लेकिन आर्मी में जरूर जाना चाहते थे। उन्होंने इसके लिए परीक्षा भी दी थी।
एनडीए की दी थी परीक्षा
'आप की अदालत' में रजत शर्मा ने जब ये पूछा-ये सही है कि आप आईएएस बनना चाहते थे ? इस पर राजनाथ सिंह का जवाब था-कभी नहीं। मैं आईएएस नहीं बनना चाहता था.. मेरे मन में कभी इच्छा भी पैदा हुई तो आर्मी में जाने की इच्छा पैदा हुई। मैंने उस समय एक एग्जाम भी दिया था एनडीए का। लेकिन ज्योंहि मैंने एग्जाम दिया था उसी समय मेरे पिताजी की मृत्यु हो गई थी। फिर वहीं पर वो छूट गई। फिर मैं उसमें आगे नहीं बढ़ सका। फिर उसके बाद एमएससी किया। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर मुझे बहुत मानते थे। मैं आंदोलन भी करता था लेकिन कभी भी परीक्षा को स्थगित करने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कोई दबाव नहीं डाला। फिर बाद में मैंने अप्लाई किया और फिजिक्स का लेक्चरर हो गया।
केजरीवाल को अदालत से भी राहत नहीं मिली-राजनाथ
राजनाथ सिंह ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, लोकसभा चुनाव, पीओके और चीन के साथ रिश्ते समेत कई मुद्दों पर रजत शर्मा के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी में उनकी सरकार की भूमिका नहीं है। उन्होंने ईडी के समन का पालन नहीं किया और बाद में कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। उन्होंने विश्वास जताया कि जनता के बीच जैसा माहौल है तो उससे हमें विश्वास है कि लोकसभा चुनाव में एनडीए 400 से ज्यादा सीटें जीतेगी।
देश की एक इंच भी जमीन नहीं जाने देंगे-राजनाथ
राहुल गांधी के इस आरोप पर कि भारत का 2,000 वर्ग किलोमीटर इलाका अभी चीन के कब्जे में है, राजनाथ सिंह ने कहा-'बेहद तकलीफदेह है कि वो हमारे जवानों के शौर्य और पराक्रम पर सवालिया निशान उठा रहे हैं। इस तरह के बयानों से उन्हें बचना चाहिए। 1962 में भारत की कितनी जमीन पर चीन ने कब्जा किया था ? मैं उन सबकी याद दिलाना नहीं चाहता। लेकिन आप आश्वस्त रहिए कि भारत की एक इंच जमीन भी जाने नहीं देंगे।
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