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Hindi News भारत राष्ट्रीय सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष में अब वेबसाइट से दे सकेंगे योगदान, राजनाथ सिंह ने शुरु किया ‘मां भारती के सपूत’ पोर्टल

सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष में अब वेबसाइट से दे सकेंगे योगदान, राजनाथ सिंह ने शुरु किया ‘मां भारती के सपूत’ पोर्टल

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है, जिससे आम नागरिक अब सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष में वेवसाइट के जरिए योगदान दे सकेंगे।

Defence Minister of India Rajnath Singh- India TV Hindi Image Source : PTI Defence Minister of India Rajnath Singh

Highlights

  • सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष में दे सकेंगे आॉनलाइन योगदान
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की मां 'भारती के सपूत' पोर्टल की शुरुआत
  • दान की नहीं बल्कि कृतज्ञता की भावना आनी चाहिए- राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को एक वेबसाइट की शुरुआत की, जिससे आम नागरिक सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष (AFBCWF) में योगदान कर सकेंगे। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि AFBCWF एक त्रि-सेवा कोष है, जिसका उपयोग हमारे उन सैनिकों, नाविकों और वायुसैनिकों के परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए किया जाता है, जो सैन्य अभियानों में अपने प्राण न्योछावर कर देते हैं या गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। 

अभिनेता अमिताभ पहल के 'गुडविल अंबेसडर' 
पोर्टल - ‘मां भारती के सपूत’ (एमबीकेएस) - को राष्ट्रीय समर स्मारक परिसर में एक समारोह के दौरान शुरू किया गया। थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि चुनौतियों का सामना करते हुए सेना के तीनों अंगों ने अपना कर्तव्य पूरी लगन से निभाया है। उन्होंने कहा, ‘‘और, सैनिक इस गौरवशाली परंपरा के आधार हैं। यह वेबसाइट पारदर्शी और सरल तरीके से आर्थिक सहायता प्रदान करने में मदद करेगी।’’ अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक वीडियो संदेश में लोगों से कोष में योगदान करने का आग्रह किया। वह इस पहल के 'गुडविल अंबेसडर' हैं।

"दान की नहीं बल्कि कृतज्ञता की भावना आनी चाहिए"
वहीं इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्र की प्रगति की यात्रा में समय आ गया है कि देशवासी देश को कुछ वापस दें। सिंह ने लोगों से देश की प्रगति की इस यात्रा में खुद को ‘मुक्त सवार’ नहीं बल्कि ‘जिम्मेदार सवार’ समझने का आह्वान किया। सिंह ने यहां युद्ध स्मारक परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान वेबसाइट ‘मां भारती के सपूत’ (एमबीकेएस) की शुरुआत करते हुए अपने संबोधन के दौरान यह बात कही। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘यह हमारा नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है कि हम शहीदों के परिवारों और घायल सैनिकों की सहायता करें क्योंकि सैनिकों ने देश के लिए जो किया है उसे हम कभी चुका नहीं सकते।’’ 

वेबसाइट के जरिये लोग ‘सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष’ (एएफबीसीडब्ल्यूएफ) में योगदान दे सकेंगे। सिंह ने कहा, ‘‘सैनिकों और उनके परिजन की सहायता करने में दान की नहीं बल्कि कृतज्ञता की भावना आनी चाहिए।’’ सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एएफबीसीडब्ल्यूएफ एक कोष है, जिसका उपयोग सैन्य अभियानों में शहीद या गंभीर रूप से घायल होने वाले सैनिकों, नौसैनिकों और वायुसैनिकों के परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए किया जाता है।

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