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Hindi News भारत राष्ट्रीय Rajat Sharma's Blog | दुनिया आज मोदी की वजह से भारत को सम्मान की नज़र से देखती है

Rajat Sharma's Blog | दुनिया आज मोदी की वजह से भारत को सम्मान की नज़र से देखती है

पिछले नौ साल में पीएम मोदी जिस देश में गए, वहां जाकर छा गए। मोदी ने दुनिया में भारत का मान बढ़ाया। यही वजह है कि आज मोदी की वजह से पूरी दुनिया भारत को सम्मान की नजर से देखती है।

indiatv chairman and editor-in-chief rajat sharma- India TV Hindi Image Source : IMAGE SOURCE: इंडिया टीवी इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा

ऑस्ट्रेलिया में नए भारत की ताकत दिखाई दी..  ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने स्टेडियम में तीस हजार लोगों के सामने कहा, मोदी इज द बॉस। सिडनी के कुडोस बैंक अरेना में प्रोग्राम तो ऑस्ट्रेलिया में बसे भारतीयों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इंटरैक्शन का था, लेकिन इस प्रोग्राम में ऑस्ट्रेलिया की पूरी सरकार, विपक्ष के नेता और दूसरे दलों के नेता भी पहुंचे। यहां ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने जो माहौल देखा, लोगों में जोश देखा, मोदी के प्रति लोगों की जो दीवानगी देखी, तो वो भी हैरत में पड़ गए., लेकिन मोदी ने न सियासत की बात की, न किसी की आलोचना की., सिर्फ भारत और भारतीयों की बात की।

मोदी ने बताया कि आजकल दुनिया भारत को क्यों सलाम कर रही है., उनकी सरकार का मंत्र क्या है., उनकी सरकार के काम क्या हैं और उसका असर क्या हो रहा है? इस प्रोग्राम में मोदी ने आज जो कहा, उसे सुनना और देखना जरूरी है क्योंकि इससे पता चलता है कि मोदी को अब वर्ल्ड लीडर क्यों कहा जाता है, मोदी के प्रति लोगों में इतना भरोसा क्यों है.. 2014  में जब मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तो बहुत सारे लोग पूछते थे कि ये विदेश नीति कैसे चलाएंगे? ये बड़े-बड़े मुल्कों के नेताओं से  संबंध कैसे बनाएंगे? आज उन लोगों को देखना और सुनना चाहिए कि कैसे ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने मोदी को बॉस कहा, सिर्फ पिछले चार दिन में हमने देखा, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन मोदी को ढूढ़ते हुए आए और उन्हें गले लगाया।  अमेरिका के प्रेसीडेंट ने कहा कि मोदी की लोकप्रियता इतनी है कि लगता है उन्हें भी मोदी का ऑटोग्राफ लेना पड़ेगा..

पापुआ न्यू गिनी के प्राइम मिनिस्टर ने मोदी के पैर छुए, ये छोटी बात नहीं है.. पिछले नौ साल में मोदी जिस भी देश में गए., उन्होंने वहां नेताओं से संबंध बनाए और भारत का मान बढ़ाया। इस बात में कोई शक नहीं कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पूरी दुनिया में भारत के प्रति लोगों का नजरिया बदला है। मैं जब भी विदेशों में रहने वाले भारतीय लोगों से बात करता हूं तो वो कहते हैं वि इस बदलाव को हर रोज अपने लाइफ में महसूस करते हैं, चाहे अमेरिका हो....यूरोप हो या अफ्रीकी देश हर जगह भारत, भारतीय और भारतीयता का सम्मान दिखाई देता है और इसका बहुत बड़ा श्रेय नरेन्द्र मोदी को जाना ही चाहिए।

मोदी ने देश के लिए प्रतिष्ठा हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की बहुत दिमाग लगाया, छोटी छोटी चीजों का ध्यान रखा..बड़े बड़े फैसले लिए, और ये काम आसान नहीं था। आज अगर कोई देश यूक्रेन और रशिया दोनों से आंख में आंख डालकर बात कर सकता है तो वो भारत है। मुसीबत के वक्त दुनिया का कोई देश किसी दूसरे मुल्क से मदद की उम्मीद करता है, तो वो भारत है। दुनिया के किसी भी कोने में फंसे अपने नागरिकों की सबसे पहले हिफाजत करता है,.तो वो भारत है। अगर तरक्की के लिए., बढ़ते प्रभाव के लिए किसी देश की मिसाल दी जाती है, तो वो भारत है। हिन्दुस्तान की ये पहचान नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में बनी है। इसीलिए नरेन्द्र मोदी को आज वर्ल्ड लीडर माना जाता है और ये मान सम्मान सिर्फ तस्वीरों और स्पीचेज तक सीमित नहीं रहता। पूरे मुल्क को इसका फायदा व्यापार में होता है., टूरिज्म में होता है., इन्वेस्टमेंट में होता है. जब किसी देश का नेता बड़ा बनता है तो दुनिया में उसका मान बढता है, उसका फायदा देश के ओवरऑल डेवलपमेंट को होता है। रोचक बात ये है कि पूरी दुनिया नरेन्द्र मोदी का स्वागत कर रही है...लेकिन हमारे देश में तमाम विरोधी दल इस वक्त मिलकर मोदी को हराने.,मोदी को हटाने के फॉर्मूले खोज रहे हैं..

 कांग्रेस आम आदमी पार्टी का समर्थन क्योें नहीं करेगी 

कोलकाता में मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की और दिल्ली संबंधी अध्यादेश के विरोध के मुद्दे पर उनकी पार्ची का समर्थन मांगा।  ममता बनर्जी  ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सभी विरोधी दलों को मिलकर मोदी का मुकाबला करना होगा..क्योंकि मोदी लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। केजरीवाल चाहते हैं कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ दिल्ली के LG को पुरानी पावर्स लौटाने के लिए जो ऑर्डिनेंश जारी किया है, सारे विपक्षी दल उसका विरोध करें। इसी सिलसिले में केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा को लेकर ममता बनर्जी से मिलने पहुंचे थे।  लेकिन दूसरी तरफ  दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने खुलकर कहना शुरू कर दिया है कि कांग्रेस को किसी कीमत पर किसी मुद्दे पर केजरीवाल का साथ नहीं देना चाहिए।

 दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल जिस सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने की बात कर रहे हैं, उसी सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में साफ कहा है कि  संसद के पास पूरा अधिकार है कि वो एलजी को कोई भी पावर दे सकती है, इसलिए केन्द्र सरकार ने आर्डिनेंश जारी करके कोई गलत काम नहीं किया। केजरीवाल सिर्फ अफसरों पर हुक्म चलाने की चाहत में इसे सियासी रंग दे रहे हैं,  जनता की लड़ाई बता रहे हैं, ये सही नहीं है। अजय माकन की बात को कांग्रेस के एक और नेता संदीप दीक्षित ने  कहा कि केजरीवाल ने हमेशा कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की., कांग्रेस पर झूठे इल्जाम लगाए. इसलिए जब तक केजरीवाल सार्वजनिक तौर पर नहीं मानते कि वो झूठे हैं..उन्होंने सत्ता के लालच में झूठ बोला,  केजरीवाल को समर्थन देने की बात सोचना भी नहीं चाहिए। अजय माकन दिल्ली कांग्रेस के बड़े नेता हैं, इसलिए  कांग्रेस हाईकमान उनके विरोध को अनदेखा नहीं कर सकता।

 कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस ने अभी कोई फैसला नहीं किया है, कांग्रेस पहले दिल्ली यूनिट से बात करेगी., उसके बाद कोई फैसला लेगी। पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता  सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रताप सिंह बाजवा ने भी  कहा है कि आम आदमी  पार्टी  बीजेपी की बी-टीम है, विपक्षी दलों को केजरीवाल से सावधान रहना चाहिए, वो कभी भी धोखा दे सकते है। कांग्रेस के नेताओं की चिंता तो जायज़ है..क्योंकि केजरीवाल ने अपनी जमीन उन्ही राज्यों में बनाई जहां कांग्रेस मजबूत थी। दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल की पार्टी की सरकार बन गई.और कांग्रेस तीसरे नंबर की पार्टी बन गई। इसी तरह गुजरात, उत्तराखंड और गोवा में जहां कांग्रेस का सीधा मुकाबला बीजेपी से था, वहां केजरीवाल ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा और कांग्रेस हार गई। 

अब राजस्थान, मध्य प्रदेश.और छत्तीसगढ़ में चुनाव होना है, हरियाणा में अगले साल चुनाव हैं, .इन सभी राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं। केजरीवाल ने एलान कर दिया कि उनकी पार्टी इन राज्यों में भी चुनाव लड़ेगी। इसीलिए कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि जब विधानसभा चुनाव में  केजरीवाल कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं तो लोकसभा चुनाव में केजरीवाल कांग्रेस के साथ की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। ये तो सिर्फ एक पार्टी का झगड़ा है.. जब सीटों के बंटवारे की बात आएगी तो दूसरे राज्यों में विपक्षी एकता धरी रह जाएगी। ऐसा महाराष्ट्र में दिखने लगा है...वहां सीटों पर झंझट शुरू हो गया है.. (रजत शर्मा

देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 23 मई, 2023 का पूरा एपिसोड

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