Rajat Sharma's Blog | पित्रोदा का नस्ल वाला बयान कांग्रेस को चुनाव में परेशान करेगा
सोचने की बात ये है कि सैम पित्रोदा बार बार ऐसी बातें क्यों कहते है जो कांग्रेस के लिए मुसीबत बन जाती है? उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कहा था "हुआ सो हुआ"... फिर सैम ने कहा था corruption is a way of Life... फिर उन्होंने कहा आतंकवाद होता रहता है, कौन सी बड़ी बात है?
अमेरिका में बैठ राहुल के राजनीतिक गुरु, इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट के दौरान भारतीयों के रंग रूप और स्किन के कलर को लेकर नस्ली कमेंट कर दिया। सैम पित्रोदा भारत की वर्तमान स्थिति पर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान सैम बहके और उन्होंने कह दिया कि नॉर्थ ईस्ट के लोगों की शक्ल चाइनीज़ जैसी होती है, दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकियों जैसे लगते हैं जबकि पश्चिम भारत में रहने वाले भारतीय अरब मूल के लगते हैं। हालांकि बाद में सैम पित्रोदा ने बात को संभालने की कोशिश की, उन्होंने कहा कि यही भारत की खूबी है, विविधताएं ही भारत की विशेषता है, सब अलग अलग दिखते हैं लेकिन भाईचारा है। परन्तु 'सैम अंकल' ना-ना करते भी बहुत कुछ कह गए।
सैम ने जब ये पॉडकास्ट किया, उस वक्त अमेरिका में रात हो रही थी और भारत में सूरज उग रहा था। सैम तो बयान देकर सो गए लेकिन यहां उनके बयान पर हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस को जवाब देना मुश्किल हो गया। तेलंगाना की रैली में मोदी ने 'सैम अंकल' के बहाने राहुल गांधी पर हमला बोला। मोदी ने कहा कि शहजादे के अंकल ने स्किन कलर के नाम पर देश के लोगों का अपमान किया है,लोगों को गाली दी है,ये अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा।
सैम पित्रोदा ने दो हफ्ते पहले विरासत टैक्स का आइडिया दिया था, इनहैरिटेंस टैक्स की बात की थी। उस वक्त तो कांग्रेस के नेताओं ने गोलमोल बात की थी लेकिन आज सैम ने जब भारतीयों के रंग के आधार उनका वर्गीकरण कर दिया, तो मोदी ने सैम पित्रोदा के बयान को मुद्दा बना दिया। कांग्रेस बचाव की मुद्रा में आ गई। कांग्रेस के नेताओं ने साफ कह दिया कि सैम पित्रोदा के बयान से पार्टी का कोई लेना देना नहीं हैं। राहुल गांधी के राजनीतिक सलाहकार कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान को कांग्रेस खारिज करती है, इस बयान से कांग्रेस का कोई वास्ता नहीं है।
सैम पित्रोदा ने जो कहा वो काफी गंभीर है। मुझे हैरानी है कि वो अमेरिका में पले बढ़े, बड़े हुए, फिर भी वो इस तरह की हल्की बातें करते हैं। शक्ल सूरत के आधार पर किसी की पहचान तय करना एक घटिया सोच है। रंग-रूप के आधार पर किसी को अफ्रीकी, किसी को चाइनीज़ कहना भारत की विरासत का अपमान है। लेकिन सोचने की बात ये है कि सैम पित्रोदा बार बार ऐसी बातें क्यों कहते है जो कांग्रेस के लिए मुसीबत बन जाती है? उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कहा था "हुआ सो हुआ"... फिर सैम ने कहा था corruption is a way of Life...यानि भ्रष्टाचार जिंदगी का तरीका है। फिर उन्होंने कहा आतंकवाद होता रहता है, कौन सी बड़ी बात है?
सैम पित्रोदा राहुल गांधी के सलाहकार हैं। राहुल गांधी के सारे ओवरसीज़ टूर और लेक्चर वही प्लान करते हैं। गांधी परिवार को करीब से जानने वाले एक सज्जन बता रहे थे कि सैम राहुल गांधी को पढ़ाते थे, वह उनके गुरु हैं। शायद इसीलिए बार-बार गलती करने पर भी कांग्रेस उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले पाई। लेकिन आज जब मोदी ने उनके बयान को मुद्दा बनाया, तो इसका गहरा असर हुआ। सैम पित्रोदा की छुट्टी हो गई। उन्हें इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा और इस्तीफ़ा तुरंत मंज़ूर भी हो गया। लेकिन इस बार सिर्फ इस्तीफे से बात नहीं बनेगी क्योंकि "सैम अंकल" ने इस बार भारतीयों की नस्ल पर सवाल उठाया है, आत्म सम्मान को चोट पहुंचाई है, इसलिए ये मुद्दा चुनाव के दौरान कांग्रेस को परेशान करेगा। (रजत शर्मा)
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