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Hindi News भारत राष्ट्रीय Rajat Sharma’s Blog : गोपाल इटालिया को अपनी भद्दी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए

Rajat Sharma’s Blog : गोपाल इटालिया को अपनी भद्दी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए

अच्छा तो यह होता कि केजरीवाल इस तरह के बयानों की निंदा करते और अपनी पार्टी के गुजरात ईकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को शालीनता का पाठ पढ़ाते। उनको समझाते और उनसे ये सारे बयान वापस लेने को कहते।

India TV Chairman and Editor-in-Chief Rajat Sharma.- India TV Hindi Image Source : INDIA TV India TV Chairman and Editor-in-Chief Rajat Sharma.

आज मैं आपसे आम आदमी पार्टी के गुजरात ईकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया के बारे में बात करूंगा। गोपाल इटालिया ने एक वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 100 वर्षीय मां हीरा बा को खुलेआम गाली दी और उनका मजाक उड़ाया। इस वीडियो को देखकर आपको दुख भी होगा औऱ गुस्सा भी आएगा। 

इटालिया के पहले भी कई वीडियो आए हैं जिनमें आपत्तिजनक टिप्पणी करके वह विवादों को जन्म देते रहे हैं। एक वीडियो में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नीच' कहा था जबकि दूसरे वीडियो में उन्होंने गुजरात की महिलाओं को मंदिरों और सत्यनारायण कथाओं में ना जाने की सलाह दी थी क्योंकि गोपाल इटालिया के मुताबिक वहां महिलाओं का शोषण होता है।

इस नए वीडियो में तो गोपाल इटालिया ने पीएम मोदी की मां हीरा बा के बारे में अपमानजनक टिप्पणी कर शालीनता की सारी हदें पार कर दी। हीरा बा राजनीति में नहीं हैं, वे सार्वजनिक जीवन में भी नहीं हैं। उन्होंने कभी किसी के बारे में कुछ नहीं कहा। लेकिन गोपाल इटालिया ने अपनी सियासत के लिए उनके बारे में अपमानजनक बातें कहीं। इंडिया टीवी की ओर से हमने गोपाल इटालिया को सफाई देने का मौका दिया लेकिन वह अपनी बात पर अड़े हुए हैं।

एक वाहन के अंदर शूट किए गए बिना तारीख वाले वीडियो में इटालिया को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'इस नीच नरेन्द्र मोदी की सभा का खर्च क्यों नहीं मांगते हैं आप ? नीच किस्म का इंसान, उसका खर्च मांगो, और हीरा बा आकर नाटक करती हैं। हमें बोलने में भी शर्म आती है इतनी बड़ी उम्र के व्यक्ति के लिए लेकिन वो लोग नहीं शर्माते। 70 साल का मोदी होने को आया, हीरा बा खुद 100 पर पहुंच रहीं हैं लेकिन फिर भी दोनों में से कोई नाटक बंद नहीं करते हैं।' 

गुजरात बीजेपी के मीडिया संयोजक याग्नेश दवे द्वारा शुक्रवार को अहमदाबाद में बिना तारीख वाले इस वीडियो को ट्वीट किया गया। इस वीडियो के सामने आते ही बीजेपी नेताओं में आलोचना का दौर शुरू हो गया।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इटालिया के इस बयान पर घोर आपत्ति जताई। उन्होंने आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाल को संबोधित करते हुए कहा, अरविंद केजरीवाल, आपका बड़बोला नेता गोपाल इटालिया आपके इशारे पर ही हीरा बा को गाली देता है। शब्द कम पड़ते हैं, आक्रोश को व्यक्त करने के लिए। मैं यह नहीं जताना चाहती कि गुजराती कितने नाराज हैं लेकिन गुजरात और गुजरातियों ने ये संकल्प लिया है कि आम आदमी पार्टी को आगामी चुनाव में ध्वस्त करेंगे। गुजरात में आम आदमी पार्टी की राजनीतिक हार आगामी चुनाव में होने वाली है। जनता न्याय करेगी।'

गोपाल इटालिया गुजरात में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष हैं। वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाते हैं तो ठीक है क्योंकि मोदी उनके राजनीतिक विरोधी हैं। हालांकि, राजनीतिक विरोधी का मतलब दुश्मन नहीं होता लेकिन फिर भी मोदी को गाली देते तो नजरंदाज किया जा सकता था क्योंकि बीजेपी के कार्यकर्ता उसका जबाव दे सकते हैं लेकिन मोदी की मां को अपशब्द कहना, 100 साल की बुजुर्ग मां हीरा बा को ड्रामेबाज कहना निंदनीय है।

दिल्ली में बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी के दफ्तर बाहर इटालिया के इस बयान पर विरोध जताया। वहीं गुजरात में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गुजरात में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इटालिया के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना था कि गोपाल इटालिया के लगातार इस तरह के अभद्र बयान आ रहे हैं फिर भी अरविन्द केजरीवाल गोपाल के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लेते ? प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक केजरीवाल अपने प्रदेश अध्यक्ष के बयान के लिए माफी नहीं मांगते तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। क्योंकि इस तरह की बातें सिर्फ मोदी की मां का अपमान नहीं है बल्कि देश की करोड़ों माताओं का अपमान है। 

गोपाल इटालिया के बयान का कोई समर्थन नहीं कर सकता लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता घुमाफिरा कर गोपाल इटालिया का बचाव कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल की सरकार में मंत्री गोपाल राय ने इटालिया का बचाव किया। गोपाल राय ने कहा- 'बीजेपी 27 साल के कामकाज का हिसाब नहीं देना चाहती है इसलिए इस तरह के पुराने वीडियो सामने लाकर मुद्दों से ध्यान भटका रही है।' गोपाल राय से जब यह सवाल किया गया कि क्या किसी की मां को इस तरह से अपमानित करना हमारी संस्कृति है ? गोपाल राय इस सवाल पर खामोश हो जाते हैं।

इंडिया टीवी के रिपोर्टर ने गुजरात के राजकोट में कुलदेवी के दर्शन करने पहुंचे गोपाल इटालिया से जब इस संबंध में सवाल किया तो उन्होंने सवालों का सीधा जवाब देने की बजाय बीजेपी को दोषी ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की इस तरह की साजिशों से लड़ने की शक्ति मांगने के लिए ही तो वे कुलदेवी के पास आए हैं।

इटालिया ने कहा-'बीजेपी वालों को सिर्फ मोदी की मां की चिन्ता है, मैं भी मोदी की मां को प्रणाम करता हूं। लेकिन मेरा सवाल बीजेपी से है कि वह गुजरात की करोड़ों माताओं की फिक्र कब करेगी? उनके बेटों को रोजगार कब मिलेगा? बुजुर्ग माताओं को इलाज और पेंशन कौन देगा?'

हमारे अहमदाबाद के रिपोर्टर एक आवासीय सोसायटी में गए और वहां की महिलाओं से बात की। इन महिलाओं ने खुलकर अपनी बात कही। इनमें से ज्यादातर महिलाओं ने कहा-'एक नेता जो 100 साल की बुजुर्ग मां का अपमान कर सकता है, उससे करोड़ों माताओं की चिंता की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इस तरह के लोगों को सियासत में रहने का हक नहीं है।' इतना ही नहीं राज्य के कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं ने भी इटालिया के बयान की निंदा की। 

कौन हैं गोपाल इटालिया ? गोपाल इटालिया गुजरात पुलिस में काम कर चुके हैं। 2013 में वह गुजरात पुलिस में भर्ती हुए और एक साल तक अहमदाबाद में पुलिस कॉन्स्टेबल के तौर पर काम किया। इसके बाद 2014 में अहमदाबाद कलक्ट्रेट में राजस्व क्लर्क बन गए लेकिन 2017 में नौकरी से निकाल दिए गए। जब गोपाल इटालिया बेरोजगार हुए उसी वक्त पटेल आंदोलन शुरू हो गया तो गोपाल इटालिया पाटीदार अमानत आंदोलन समिति में शामिल हो गए। 2017 में उन्होंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा पर जूता फेंका था। 2019 में इटालिया को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। 

इतना ही नहीं गोपाल इटालिया ऐसे लोगों से मिलते रहे हैं जिन पर  राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप लगते रहे हैं। उन्होंने 2018 में अहमदाबाद में शबनम हाशमी के संगठन द्वारा आयोजित मीटिंग में हिस्सा लिया था। इस मीटिंग का विषय था-डिसमेंटलिंग इंडिया: ए 4 ईयर रिपोर्ट (Dismantling India: A 4-year report)। 

इसके अलावा इटालिया ऐसे संगठनों के संपर्क में भी रहे जिन पर गुजरात और भारत को बदनाम करने के आरोप लगते रहे हैं। गोपाल इटालिया ने 2020 में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली और कुछ ही महीनों के बाद जून में केजरीवाल ने उन्हें गुजरात में आम आदमी पार्टी का वाइस प्रेसीडेंट बना दिया और छह महीने के बाद दिसंबर 2020 में उन्हें पार्टी की गुजरात ईकाई का अध्यक्ष बना दिया गया।

गाली-गलौज वाली भाषा बोलने के बात की जाए तो गोपाल इटालिया सीरियल ऑफेंडर (अपराधी) रहे हैं। गोपाल इटालिया के ऐसे वीडियोज की लंबी लिस्ट रही है। बीजेपी के सभी नेताओं को वो गाली देते हैं। एक वीडियो में उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघाणी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया।

गोपाल इटालिया के इस तरह के घटिया बयान को लेकर केजरीवाल और उनकी पार्टी के पास बचाव के दो तर्क हैं। एक तो ये कि गोपाल के ये सारे बयान पुराने हैं। ये बयान उन्होंने आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले दिए थे। मैं पूछना चाहता हूं कि एक लीडर को पार्टी में शामिल करने से पहले, उसे पार्टी की राज्य ईकाई का अध्यक्ष बनाने से पहले उसकी बैकग्राउंड चेक क्यों नहीं की गई ? गोपाल इटालिया क्या-क्या बोल चुके हैं इसके बारे में सबको पता था। आम आदमी पार्टी गंगोत्री नहीं है कि इसमें नहाए और पुराने पाप धुल गए।

केजरीवाल का दूसरा तर्क ये है कि गोपाल इटालिया पाटीदार हैं और बीजेपी उन पर इसलिए हमला कर रही है कि बीजेपी पाटीदारों से नफरत करती है। यह बचाव के लिए एक निहायत ही कमज़ोर तर्क है। क्या गुजरात के पाटीदार मोदी की मां को ड्रामेबाज कहते हैं ? क्या गुजरात के पाटीदार मोदी को 'नीच' कहते हैं ? इन सवालों का पाटीदारों से क्या लेना-देना? गुजरात के पाटीदार इस तरह की बातों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।

अच्छा तो ये होता कि केजरीवाल इस तरह के बयानों की निंदा करते और अपने राज्य ईकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को शालीनता का पाठ पढ़ाते। उनको समझाते और उनसे ये सारे बयान वापस लेने को कहते। गोपाल इटालिया माफी मांगते और फिर राजनीति में नई शुरुआत करते लेकिन किसी ने ऐसा नहीं किया। मुझे लगता है कि गुजरात की जनता इस तरह की घटिया बातों को कभी पसंद नहीं करेगी और इस तरह की बयानबाजी का केजरीवाल को नुकसान होगा। (रजत शर्मा)

देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 14 अक्टूबर, 2022 का पूरा एपिसोड

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