नई दिल्ली: नगालैंड के मोन जिले में उग्रवाद रोधी अभियान के दौरान कई लोगों की मौत होने की घटना की पृष्ठभूमि में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ‘‘आम लोग और सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं’’ तो सरकार को ‘‘सही-सही जवाब’’ देना चाहिए कि गृह मंत्रालय आखिर क्या कर रहा है। नगालैंड में पुलिस ने कहा कि राज्य के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि वह इस घटना की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि क्या यह गलत पहचान का मामला है। इस घटना के बाद हुई हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई थी। घटना की पृष्ठभूमि में राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘यह दिल दुखाने वाला है। भारत सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है, जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक ट्वीट में कहा, “नगालैंड से हृदयविदारक खबर आ रही है, सभी पीड़ित परिवारों के लिए मेरी हार्दिक संवेदनाएं। वे न्याय के हकदार हैं।” आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से किए गए एक ट्वीट में कांग्रेस ने कहा, “नगालैंड से आई दुखद खबर बेहद परेशान करने वाली है। उत्तर पूर्व में बार-बार हिंसा की घटनाएं कानून- व्यवस्था बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने में मोदी सरकार की विफलता का स्पष्ट संकेत हैं।”
पार्टी ने कहा, “प्रधानमंत्री और गृहमंत्री- सरकार हमारे नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ क्यों है?” सेना ने रविवार को इस मामले की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश दिया और इस घटना पर गहरा खेद व्यक्त किया।
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि म्यांमा की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था। सेना ने कहा कि कई सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है।
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