Punjab News: पंजाब जेल विभाग ने इलाज के दौरान सरकार अस्पताल से कैदी के फरार होने के मामले में पटियाला जेल के उपाधीक्षक (सुरक्षा) और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। एक बयान में इसकी जानकारी दी गई है। बयान में कहा गया है कि जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। कारा उपाधीक्षक (सुरक्षा) वरुण शर्मा, पटियाला जेल के सहायक अधीक्षक सह वारंट अधिकारी हरबंस सिंह और जेल के दो वार्डन सतपाल सिंह और मनदीप सिंह को कर्त्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है।
सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इसके अलावा जेल अधीक्षक (पटियाला) मंजीत सिंह तिवाना और सहायक जेल अधीक्षक जगजीत सिंह को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। गौरतलब है कि पटियाला जेल में बंद कैदी अमरीक सिंह को इलाज के लिए राजिंदर अस्पताल लाया गया था, लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण वह भागने में सफल रहा।
त्रिपुरा: आजीवन कारावास की सजा काट रहे 15 कैदी रिहा
एक अन्य खबर के मुताबिक, बीते दिनों त्रिपुरा में उम्रकैद की सजा काट रहे 15 कैदियों को माफी दे दी गई और उन्हें रिहा कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि माफ किए गए कैदियों में आगरा का एक सीआरपीएफ जवान और दो महिलाएं शामिल हैं। राज्य के जेल मंत्री राम प्रसाद पॉल और वरिष्ठ जेल अधिकारियों की मौजूदगी में विशालगढ़ केंद्रीय संशोधनगर से इन कैदियों को रिहा कर दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ जवान फिलहाल आगरा की जेल में बंद है और उसकी रिहाई के बारे में जल्द ही जेल प्रशासन को सूचित किया जाएगा। यह जवान त्रिपुरा में पदस्थ था, तब 2018 में बल के एक अधिकारी की जान लेने का दोषी पाए जाने के बाद उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। पॉल ने बताया, "यह पहली बार है जब इतने सारे दोषी कैदियों को माफी दी गई और रिहा किया गया है। पहले एक या दो कैदियों को विशेष मामलों के रूप में रिहा किया गया था।" उन्होंने बताया कि जिन कैदियों को माफी दी गई है वह 14-15 साल जेल में बिता चुके हैं और इस दौरान उनके आचरण में सुधार पाया गया।
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