Punjab News: भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार पंजाब के सीनियर आईएएस संजय पोपली के 27 वर्षीय इकलौते बेटे कार्तिक की शनिवार को घर गोली लगने से मौत हो गई। घटना के वक्त विजिलेंस की टीम घर में मौजूद थी। पुलिस का कहना है कि उसने आत्महत्या की है, जबकि परिवार ने साजिश का अंदेशा जताया है। इस बीच, आईएएस अधिकारी संजय पोपली का एक वीडियो सामने आया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस वाले आईएएस अधिकारी संजय पोपली को ले जा रहे हैं। इस दौरान वे वहां खड़ी मीडिया से ये कहते नजर आ रहे हैं, "मैं चश्मदीद गवाह हूं, पुलिस अधिकारी मुझे ले जा रहे हैं....मेरे बेटे को उन्हीं ने गोली मारी..."
पंजाब पुलिस के सतर्कता विभाग ने नवांशहर में सीवेज पाइपलाइन बिछाने के लिए निविदा को मंजूरी देने के एवज में कथित रूप से रिश्वत मांगने के मामले में आईएएस अधिकारी संजय पोपली को गिरफ्तार किया था।
'जांच में सामने आया है कि युवक ने खुद को गोली मार ली'
चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह चाहल ने कहा कि जांच में सामने आया है कि 27 साल के युवक ने खुद को गोली मार ली। एसएसपी ने कहा कि जांच जारी है। उन्होंने कहा कि घटना में लाइसेंसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। मृतक के एक पारिवारिक मित्र और पड़ोसी ने मीडिया से कहा कि भ्रष्टाचार के मामले की जांच के संबंध में सतर्कता विभाग का एक दल पोपली के घर आया था और घटना के वक्त वहां मौजूद था।
'गलत मामला बनाने के लिए उन्होंने मेरा बेटा छीन लिया'
पोपली की पत्नी ने मीडिया को बताया, "सतर्कता विभाग के अधिकारी हम पर दबाव डाल रहे थे और उन्होंने जो मामला दर्ज किया था उसके संबंध में गलत बयान देने के लिए मेरे घरेलू सहायक तक को परेशान कर रहे थे। मेरा 27 साल का बेटा चला गया। वह एक अच्छा वकील था। उन्होंने उसे मुझसे छीन लिया।" अपने बेटे के रक्त के धब्बे हाथ पर दिखाते हुए पोपली की पत्नी ने कहा, "गलत मामला बनाने के लिए उन्होंने मेरा बेटा छीन लिया, कार्तिक पोपली चला गया।" उन्होंने कहा, "मुझे न्याय चाहिए। मैं अदालत जाउंगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को इसका जवाब देना होगा।"
'पति संजय को अदालत में पेश होना था कि सतर्कता विभाग का दल उनके घर आ धमका'
उन्होंने कहा कि उनके पति संजय को अदालत में पेश होना था कि सतर्कता विभाग का दल उनके घर आ धमका। उन्होंने कहा, "सतर्कता विभाग के लोग कार्तिक को ऊपर के कमरे में ले गए और जब मैं ऊपर गई तो वे मेरे बेटे को मानसिक प्रताड़ना दे रहे थे। हमारे मोबाइल फोन भी ले लिए गए थे।" पोपली परिवार की पड़ोसी 51 वर्षीय एक महिला ने कहा, "संजय पोपली पर आरोपों को स्वीकार करने के लिए सतर्कता आयोग का दबाव था।" महिला ने कहा, "कार्तिक पोपली को घंटों तक हिरासत में रखा गया।"
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