चंडीगढ़: पंजाब की सत्ता में सिर्फ तीन महीने के लिए मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी ने सरकारी खजाने से जो खाने के बिलों का पेमेंट किया है, वो चौंकाने वाला है। दरअसल एक आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ है कि नाश्ते में पराठे से लेकर रात के लजीज खाने तक के लिए पंजाब सरकार की ओर से सरकारी खजाने से भुगतान किया गया है। पूर्व सीएम चन्नी अपने 3 महीने के कार्यकाल के दौरान लगभग 60 लाख रुपए का खाना खा गए।
चन्नी के खाने की थाली पंजाब सरकार को 300 रुपए से लेकर 3900 रुपए तक पड़ी। चन्नी के घर कभी 300 रुपए तो कभी 500 रुपए की खाने की थाली आती थी। इसके अलावा ताज होटल से भी 3900 रुपए तक की थाली मंगवाई गई थी।
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हो चुकी है चन्नी से पूछताछ
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अप्रैल 2022 में पूछताछ की थी। उनसे एक कथित रेत खनन मामले से जुड़ी जांच के सिलसिले में छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी। इसके बाद चन्नी ने ट्वीट कर बताया था कि ईडी ने उन्हें खनन मामले में तलब किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'मैंने अपनी जानकारी के अनुसार उनके द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का जवाब दिया। इस मामले से ईडी द्वारा पहले ही एक चालान माननीय अदालत में प्रस्तुत किया जा चुका है। अधिकारियों ने मुझे फिर से आने के लिए नहीं कहा है।'
कौन हैं चरणजीत सिंह चन्नी?
1966 में राज्य पुनर्गठन के बाद चन्नी के रूप में पहली बार कोई दलित पंजाब का मुख्यमंत्री बना। अमरिंदर सिंह के पद छोड़ने के बाद उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी गई थी। चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह पंजाब का मुख्यमंत्री बनने वाले पहले दलित नेता थे। उन्हें पंजाब के दोआबा क्षेत्र का कद्दावर कांग्रेस नेता माना जाता है।
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