बेंगलुरु: कर्नाटक के शिवमोगा जिले में बजरंग दल के 5 कार्यकर्ताओं को हलाल मांस बेचने के संदेह में एक मुस्लिम कारोबारी पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर राज्य में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का ‘हलाल उत्पादों का बहिष्कार’ अभियान तेज हो गया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने लोगों से हिंदू नव वर्ष उगादी और ‘होसा तड़ाकू’ त्योहारों को कानून-व्यवस्था को भंग किए बिना शांतिपूर्वक मनाने की अपील की। उगादी के एक दिन बाद मनाए जाने वाले होसा तड़ाकू के दौरान मांसाहारी भोजन पसंद करने वाले हिंदू मांस और ‘चिकन’ (मुर्गा) पकाते हैं।
‘बासी भोजन’ परोसना हिंदू देवी-देवताओं का अपमान
दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने हिंदुओं से हलाल मांस न खरीदने की अपील की है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि मुसलमान जानवर को अल्लाह के नाम पर कुर्बान करते हैं इस तरह का ‘बासी भोजन’ परोसना हिंदू देवी-देवताओं का अपमान होगा। शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि गुरुवार को भद्रावती शहर में 2 घटनाएं हुईं। पहली घटना होसमाने पुलिस थाना क्षेत्र में और दूसरी पुराने शहर थाना क्षेत्र में हुई। प्रसाद ने कहा कि होसमाने थाना क्षेत्र में 5 लोगों ने दुकान पर जाकर गैर हलाल मांस की मांग की और नहीं देने पर दुकान बंद करा दी।
‘5 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार’
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन लोगों ने दुकान में एक लड़के के सिर पर हाथों से हमला किया। अधिकारी ने कहा कि इसी तरह ओल्ड टाउन थाने में मामला दर्ज किया गया, जहां कुछ लोगों ने जनता होटल में जाकर मालिक से हलाल मांस न बेचने को कहा। अधिकारी ने बताया कि जब एक ग्राहक ने पूछताछ की, तो उसके साथ मारपीट की गई। प्रसाद ने कहा, ‘दोनों मामलों में समान आरोपियों को नामजद किया गया है। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी पहचान वडिवेलु, श्रीकांत, कृष्णा, सवाई सिंह और गुंडा के रूप में हुई है।’
‘निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए’
बेंगलुरु में, मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। बोम्मई ने कहा, ‘मैंने सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि लोग कानून-व्यवस्था को बिगाड़े बिना अपने त्योहार मनाएं। दिए गए निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।’ उन्होंने यह भी कहा कि सभी संबंधित लोगों के साथ शांति बैठकें बुलाई गई हैं, जहां उनसे सुनिश्चित करने को कहा गया है कि त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाएं।
‘100% झटका प्रमाणित’ मांस के साइनबोर्ड लगे
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता अपने अभियान को तेज करते हुए शनिवार को भी सड़कों पर उतर आए और हिंदुओं से केवल ‘झटका मांस’ का उपयोग करने की अपील की, जिसका अर्थ है कि किसी भी जानवर एक झटके में मार देना, ताकि उसे ज्यादा कष्ट न हो। अभियान चला रहे लोगों ने हिंदू मांस विक्रेताओं के साथ करार किया है और दुकानों पर ‘100% झटका प्रमाणित’ मांस के साइन बोर्ड लगाए हैं। हिंदू कार्यकर्ताओं ने 200 रुपये और उससे अधिक के मांस की खरीद पर 10 प्रतिशत की छूट और दुकानों के 8 किलोमीटर के भीतर मुफ्त होम डिलीवरी की पेशकश की है। (भाषा)
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