A
Hindi News भारत राष्ट्रीय कोरोना के दौरान कर्नाटक में प्राइवेट स्कूलों ने छात्रों से 345 रुपये अधिक वसूले, कैग की रिपोर्ट में दावा

कोरोना के दौरान कर्नाटक में प्राइवेट स्कूलों ने छात्रों से 345 रुपये अधिक वसूले, कैग की रिपोर्ट में दावा

कैग ने बताया कि स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के पास प्राइवेट स्कूलों द्वारा एकत्र की जाने वाली फीस पर नजर रखने का कोई तरीका नहीं है। निगरानी की इस कमी के कारण फीस नियमों का पालन नहीं हुआ।

प्रतीकात्मक तस्वीर- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

कर्नाटक के प्राइवेट स्कूलों ने 2020-21 में कोरोना महामारी के दौरान छात्रों से 345.80 करोड़ रुपये अधिक वसूले हैं। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने गुरुवार को विधानसभा में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है और उसने शुल्क विनियमन में कमी के लिए सरकार की खिंचाई की।

राज्य सरकार की खिंचाई की

प्राथमिक शिक्षण संस्थानों के कामकाज पर अपनी रिपोर्ट में कैग ने कहा कि स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के पास निजी गैर-सहायता प्राप्त संस्थानों द्वारा एकत्र की जाने वाली फीस पर नजर रखने का कोई तरीका नहीं है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि निगरानी के अभाव के कारण फीस विनियमन का उल्लंघन हुआ है और उसने ऑनलाइन स्कूलों को नियामक ढांचे के अंतर्गत न लाने के लिए सरकार की आलोचना भी की।

स्वास्थ्य क्षेत्र पर कैग की रिपोर्ट

कैग ने स्वास्थ्य पर अपनी एक अन्य रिपोर्ट में कहा कि मार्च 2022 के अंत तक सरकार को 17.79 करोड़ रुपये मूल्य की कोरोना की दवाइयों की आपूर्ति नहीं की गई। कुल मिलाकर सरकार ने 665 करोड़ रुपये मूल्य की दवाओं के ‘ऑर्डर’ दिए थे और 415 करोड़ रुपये मूल्य की दवाओं की आपूर्ति में एक से 252 दिनों तक की देरी हुई। (भाषा इनपुट्स के साथ)

यह भी पढ़ें-

कोरोना लॉकडाउन में कैंसिल की थी मैरिज हॉल की बुकिंग, 4 साल बाद मिला न्याय

कोरोना काल में टेंडर के फर्जी बिल पास कर 200 करोड़ का घोटाला, जांच के बाद PWD अधिकारी समेत 3 गिरफ्तार

Latest India News