प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर सवालों के जवाब दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा, आज विश्व में भारत के प्रयासों का सराहना हो रही है। कोरोना में हम लोगों के प्रयासों पर पूरी दुनिया की निगाहें थीं। वैक्सीनेशन को लेकर विस्तार से बात की गई। हम लोगों ने वैक्सीन को बनाने और उसे लागू करने में एक रिकॉर्ड बनाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा, मुफ्त राशन की व्यवस्था भी भारत ने की और एक उदाहरण प्रस्तुत किया। कोरोना काल में अनेक कठिनाइयों के बावजूद हम लोगों ने लगातार प्रयास किया और गरीबों को घर मुहैया कराए। 5 करोड़ ग्रामीण परिवारों के लिए नल से जल पहुंचाने का काम करके भारत सरकार ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
इससे पहले सोमवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की प्रगति के लिए छोटे किसानों को सशक्त बनाने की जरूरत रेखांकित करते हुए सोमवार को आरोप लगाया था कि देश पर वर्षों तक राज करने वाले एवं महल जैसे घरों में रहने वाले लोग छोटे किसानों के कल्याण की बात करना भूल गए।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, ‘आज विश्व के अर्थजगत के सभी ज्ञाता इस बात को मानते हैं कि भारत ने जिन आर्थिक नीतियों को लेकर इस कोरोना काल में अपने आप को आगे बढ़ाया है, वह दुनिया के लिए अपने आप में एक उदाहरण है।’
विपक्ष पर खासकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महल जैसे घरों में रहने के आदी लोग, छोटे किसानों के कल्याण की बात करना भूल गए हैं। भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है और छोटा किसान ही भारत की तरक्की को मजबूत करेगा।’
प्रधानमंत्री ने सवाल किया, ‘छोटे किसानों के प्रति आपको इतनी नफरत क्यो हैं जो आप उनके लिए रोड़े अटकाते रहते हैं। सैकड़ों वर्षों की गुलामी की जो मानसिकता है, उसे आजादी के 75 साल के बाद भी कुछ लोग बदल नहीं पाए। यह गुलामी की मानसिकता किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए बहुत बड़ा संकट होती है।’
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोक सभा में चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने दिल्ली सरकार पर माइक्रोफोन का इस्तेमाल करके रिहायशी इलाकों में जाकर लोगों से शहर को छोड़ने के लिए कहने का आरोप लगाया था। इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर पलटवार किया था।
केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा, ‘प्रधानमंत्री का यह बयान सरासर झूठ है। देश उम्मीद करता है कि जिन लोगों ने कोरोना काल की पीड़ा को सहा, जिन लोगों ने अपनों को खोया, प्रधानमंत्री जी उनके प्रति संवेदनशील होंगे। लोगों की पीड़ा पर राजनीति करना प्रधानमंत्री जी को शोभा नहीं देता।’
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