President Election: राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनावों के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा आज सोमावर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं इससे पहले NDA की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू ने भी शुक्रवार 24 जून को अपना नामांकन दाखिल किया था। उनके नामांकन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत NDA के घटक दलों के कई नेता मौजूद रहे थे। वहीं आज सिन्हा के नामांकन कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, NCP चीफ शरद पवार समेत विपक्षी दल के कई नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है।
नामांकन से पहले यशवंत सिन्हा ने कहा कि, यह चुनाव अधिनायकवादी नीतियों के खिलाफ है। सिर्फ एक व्यक्ति मिलकर इस देश का उत्थान नहीं कर सकता है। हमें सब को मिलकर इस देश की रक्षा के लिए आगे आना होगा। उन्होंने मौजूदा केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, आज सरकार की वजह से हमारा संविधान और लोकतंत्र खतरे में है।
बेटा राजधर्म और मैं राष्ट्रधर्म निभाऊंगा - सिन्हा
अपने बेटे और बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा के उनका समर्थन करने या न करने के को लेकर उन्होंने कहा कि, "मैं अपने बेटे के समर्थन हासिल करने को लेकर धर्मसंकट में नहीं हूं। उनका बेटा राजधर्म का पालन करेगा और मैं अपने राष्ट्रधर्म का पालन करूँगा।" उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भवन को एक रबर स्टैम्प नहीं होना चाहिए, देश को अभी रबर स्टैम्प से अधिक कुछ चाहिए।
विपक्ष को होने होगा एकजुट - शरद पवार
वहीं महाराष्ट्र में मची राजनीतिक उठापटक के बीच रांकपा प्रमुख का राष्ट्रपति पद के चुनावों को लेकर कहा कि, "अगर चुनावों के गणित को देखा जाए तो स्थिति इतनी ख़राब नहीं है। एक अच्छी लड़ाई और चुनाव जितने के लिए विपक्ष को एकजुट होना पड़ेगा। जब चुनावों मेड़ो उम्मीदवार हैं तो दोनों नहीं जीत सकते, लेकिन जितने का प्रयास तो कर सकते हैं।" उन्होंने कहा कि जब हमने यशवंत सिन्हा को साझा उम्मीदवार चुना है तो हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि उनकी जीत के लिए कोशिशें की जाएं।
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