President Election: राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन बुधवार तक कुल 115 नामांकन दाखिल किए गए। इनमें से 87 नामांकन पड़ताल के लिए बचे हैं। गुरुवार को इन नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि कुल 115 में से 28 नामांकन उम्मीदवारों के नाम के साथ मतदाता सूची प्रस्तुत नहीं किए जाने के कारण खारिज कर दिए गए। उन्होंने बताया कि शेष 87 नामांकन 72 उम्मीदवारों के हैं, जिनकी गुरुवार को जांच की जाएगी। नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा शामिल हैं।
कई आम लोगों ने भी नामांकन दाखिल किए
द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा चुनाव में मुख्य उम्मीदवार हैं। उनके अलावा कई आम लोगों ने भी देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए अपने नामांकन दाखिल किए हैं। इनमें मुंबई के एक झुग्गी निवासी, राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक लालू प्रसाद यादव के एक हमनाम, तमिलनाडु के एक सामाजिक कार्यकर्ता और दिल्ली के एक प्राध्यापक शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग ने नामांकन करने वाले लोगों के लिए कम से कम 50 प्रस्तावक और 50 अनुमोदक अनिवार्य कर दिए हैं। प्रस्तावक और अनुमोदक निर्वाचक मंडल के सदस्य होने चाहिए। साल 1997 में 11वें राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रस्तावकों और अनुमोदकों की संख्या 10 से बढ़ाकर 50 कर दी गई थी, वहीं जमानत राशि भी बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई थी।
उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव 6 अगस्त को होंगे
वहीं, अगले उपराष्ट्रपति के लिए 6 अगस्त को मतदान कराया जाएगा और मतों की गिनती उसी दिन होगी। निर्वाचन आयोग ने आज बुधवार को यह घोषणा की। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य भाग लेते हैं। इस चुनाव में मनोनीत सदस्य भी शामिल होते हैं। चुनाव में बीजेपी नीत एनडीए को स्पष्ट बढ़त मिलती दिख रही है। एम. वेंकैया नायडू के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए अधिसूचना 5 जुलाई को जारी होगी और 19 जुलाई तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे।
निर्वाचन आयोग मुताबिक, नामांकन पत्रों की जांच 20 जुलाई को होगी और 22 जुलाई तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। मतों की गिनती मतदान वाले दिन 6 अगस्त को ही होगी। उपराष्ट्रपति नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। उपराष्ट्रपति पदेन राज्यसभा के सभापति होते हैं।
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