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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'भगवान राम का विरोध करने वाले सड़क पर घूम रहे हैं', संजय राउत के बयान पर राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने कही ये बात

'भगवान राम का विरोध करने वाले सड़क पर घूम रहे हैं', संजय राउत के बयान पर राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने कही ये बात

राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी को न्यौता मिलने पर संजय राउत ने कहा कि उन्हें क्यों आमंत्रित करना? वो खुद आएंगे। इतना बड़ा मौका कोई छोड़ता है। इसपर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी ने अब बयान जारी किया है।

pm narendra modi invitation for Pran Pratishtha in ram mandir Chief priest of Ram Janmabhoomi Achary- India TV Hindi Image Source : ANI राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास

अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है, जिसका पहला तल बन चुका है। यहीं भगवान राम की प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। 22 जनवरी को आयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया गया है। इसपर विपक्षी दलों ने बयान देना शुरू कर दिया है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी को आमंत्रित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। वह खुद जाएंगे। वह देश के प्रधानमंत्री हैं। वह जरूर जाएंगे। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, 'इतना बड़ा आयोजन कोई क्यों छोड़ेगा। राम मंदिर तो बनना ही था। इसके लिए हजारों कारसेवकों ने अपनी जान दे दी।' 

पीएम मोदी पर संजय राउत ने साधा निशाना

संजय राउत ने आगे कहा कि इसमें तमाम हिंदुत्ववादी संगठन और पार्टियां शामिल थीं। शिवसेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद वहां थे। लालकृष्ण आडवाणी ने रथयात्रा निकाली थी। इन सबका नतीजा है कि राम मंदिर बन रहा है। इसी वजह से पीएण मोदी वहां जाकर पूजा-अर्चना करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि ये चुनाव की तैयारी है। संजय राउत के बयान पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि लोग अपनी मानसिकता के आधार पर ही बात करते हैं। संजय राउत को हर जगह केवल चुनाव दिखता है। प्राण-प्रतिष्ठा आस्था, विश्वास और भक्ति का विषय है, इसके लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है। 

राम मंदिर को मुख्य पुजारी ने कही ये बात

उन्होंने कहा, 'इससे पहले भी पीएम मोदी ने भूमिपूजन किया था। अब जब मंदिर लगभग बनकर चुका है और इसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, तो पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है। इस आमंत्रण को पीएम ने स्वीकार किया है। यह बलिदानों के बारे में नहीं है, यह भक्ति और विश्वास के बारे में है।' आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि जहां तक राजनीति और चुनाव का सवाल है, वो आएंगे और जाएंगे लेकिन सबी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि भगवान राम का उन्हें आशीर्वाद प्राप्त है। इसलिए वो सत्ता में हैं और ऐसा करना वो जारी रखेंगे। जो लोग भगवान राम का विरोध करते हैं वे सड़कों पर घूम रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे। 

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