नई दिल्ली: फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले में 1200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हजारों की संख्या में लोग घायल हैं और कई लोग अब भी आतंकियों के कब्जे में हैं। इस बीच इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। हमास के ठिकानों और उनके आतंकियों को इजरायल चुन-चुन कर मार रहा है। इस बीच दिल्ली में फिलिस्तीन के राजदूत से कुछ लोगों ने मुलाकात की है। दरअसल फिलिस्तीन के राजदूत से दिल्ली में मुलाकात करने वालों में पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब भी शामिल थे। मोहम्मद अदीब ने कहा कि हम फिलिस्तीन को ये भरोसा दिलाने गए थे कि हम उनके साथ खड़े हैं।
फिलिस्तीनी राजदूत से पूर्व सांसद ने की मुलाकात
उन्होंने कहा कि जो लोग हमास और फिलिस्तीनियों को आतंकवादी कह रहे हैं, उन्हें नेहरू और गांधी के रूख को पढ़ना होगा। अगर यह लोग फिलिस्तीन के लोगों को आतंकवादी कहेंगे तो गांधी और नेहरू को क्या आतंकवादियों का समर्थक कहेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने जो जल्दीबाजी दिखाई और इजरायल के साथ खड़े हुए, उससे फिलिस्तीनियों को तकलीफ पहुंची है। फिलिस्तीन के राजदूत ने मुलाकात के दौरान इस बात का जिक्र हमसे किया। पूर्व सांसद ने कहा, 'राजदूत ने हमें बताया कि पिछले दो-तीन सालों में इजरायल ने फिलिस्तीन के करीब एक लाख लोगों को मार दिया लेकिन उसका कोई जिक्र नहीं करता है। हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं।'
इजरायल पर आतंकी हमला
बता दें कि इजरायल पर 7 अक्टूबर के दिन फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने हमला किया था। इस हमले में 5 हजार रॉकेट हमास द्वारा दागे गए और इजरायल के 1200 से अधिक निहत्थों और बेकसूरों को मौत के घाट उतार दिया गया। इस दौरान आतंकी धार्मिक नारेबाजी भी कर रहे थे। 7 अक्टूबर के दिन इजरायल में हमास के आतंकियों का घटिया और घिनौना चेहरा पूरी दुनिया ने देखा। अब भी कई इजरायल के नागरिक व विदेशी नागरिक हमास के कब्जे में हैं जिन्हें हमास द्वारा लगातार मारने की धमकी दी जा रही है। वहीं इजरायल लगातार लोगों को सुरक्षित करने के प्रयास की दिशा में हमास पर हमले कर रहा है।
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