यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन के बाद 'पीएम विश्वकर्मा योजना' का शुभारंभ, प्रधानमंत्री ने बर्थडे पर दिया रिटर्न गिफ्ट
पीएम नरेंद्र मोदी आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं। प्रधानमंत्री हर साल अपने जन्मदिन पर कुछ ऐतिहासिक करने का प्रयास करते हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने आज दिल्ली में कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया और 'पीएम विश्वकर्मा योजना' का शुभारंभ किया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 73 साल के हो गए हैं। इस मौके पर देशभर से उन्हें जन्मदिन की ढेर सारी बधाइयां मिल रही हैं। अपने जन्मदिन के अवसर पर हर साल पीएम मोदी कुछ न कुछ ऐतिहासिक करते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। दरअसल प्रधानमंत्री अपने जन्मदिन के अवसर पर आज दिल्ली के द्वारका में 'यशोभूमि' कहे जाने वाले भारत के पहले इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर का उद्घाटन किया गया है। 'यशोभूमि' को लगभग 5400 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। इसमें कई हॉल हैं जहां प्रदर्शनी लगी रहेगी और अन्य सुविधाओ से यह सुसज्जित है। इससे पहले पीएम मोदी ने द्वारका सेक्टर 21 से नए मेट्रो स्टेशन 'यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25' तक एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने श्रमिकों को दिया खास तोहफा
आज विश्वकर्मा जयंती भी है। इस अवसर पर श्रमिकों को पीएम मोदी ने खास तोहफा दिया। विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर पीएम मोदी ने 'पीएम विश्वकर्मा योजना' की शुरुआत की है। इस योजना की शुरुआत कन्वेंशन सेंटर से ही प्रधानमंत्री मोदी ने की। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना है, जिसके लिए उन्हें एडवांस ट्रेनिंग व आर्थिक मदद दी जाएगी। बता दें की 'पीएम विश्वकर्मा पोर्टल' पर बायोमेट्रिक के जरिए नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके बाद कारीगरों व शिल्पकारों को एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसका उन्हें प्रमाण पत्र और पहचान पत्र भी मिलेगा।
1300 करोड़ है योजना का बजट
बता दें कि इस योजना के तहत शिल्पकारों और कारीगरों को औजार खरीदने के लिए सरकार की तरफ से 15000 रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी। वहीं जरूरत पड़ने पर पहले एक लाख रुपये 5 फीसदी के ब्याज पर और बाद में फिर जरूरत पड़ने पर दो लाख तक का लोन कारीगरों और शिल्पकारों को दिया जाएगा। बता दें कि इस महत्वाकांक्षी योजना का बजट 1300 करोड़ रुपये हैं। इस योजना के शुभारंभ पर देशभर के 70 स्थानों पर 70 मंत्री वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
पीएम विश्वकर्मा योजना पर क्या बोले पीएम मोदी
पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर पीएम मोदी ने कहा, 'आज देश को इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर यशोभूमि मिल गया है। जिस तरह का काम यहां हुआ है, वो मेरे विश्वकर्मा भाइयों की तपस्या को प्रदर्शित करता है। मैं देश के हर विश्वकर्मा को ये सेंटर देने की घोषणा करता हूं।'यह विश्वकर्माओं के लिए मददगार होने वाला है। भारतीय कला और हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के लिए यह एक जीवंत केंद्र होगा। स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बनाने में यह बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।' उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा समाज हमारे समाज के लिए रीढ़ की हड्डी की तरह हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज समय की मांग है कि हम अपने विश्वकर्मा साझेदारों को पहचानें और उन्हें हर संभव तरीके से समर्थन दें। हमारी सरकार हमारे विश्वकर्मा साझेदारों के विकास के लिए काम कर रही है। इस योजना के तहत, 18 साल से कम उम्र के विभिन्न काम कर रहे हैं। क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सरकार 'पीएम विश्वकर्मा' योजना पर 13,000 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है।" उन्होंने कहा, 'आज विश्वकर्मा जयंती है। यह दिन देश के कारीगरों और शिल्पकारों को समर्पित है। मैं विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देश के लोगों को शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मुझे खुशी है कि आज, मुझे हमारे विश्वकर्मा सदस्यों से जुड़ने का अवसर मिला।'