बंगाल की "ममता" को मोदी की "माया" देगी चुनौती, 2024 के लिए भाजपा ने बिछा दिया जाल
PM Modi's Scheme for West Bengal: वर्ष 2024 में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा की पैनी नजर है। इसीलिए पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल पर आखिरी वर्ष में पैसों (माया) की बारिश कर दी है। ताकि पश्चिम बंगाल के वोटरों को विकास के नाम पर लुभाया जा सके।
PM Modi's Scheme for West Bengal: वर्ष 2024 में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर भाजपा की पैनी नजर है। इसीलिए पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल पर आखिरी वर्ष में पैसों (माया) की बारिश कर दी है। ताकि पश्चिम बंगाल के वोटरों को विकास के नाम पर लुभाया जा सके। मोदी की इस माया से मुख्यमंत्री ममता को झटका लगने का एहसास अभी से होने लगा है। पीएम मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में 7800 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने जा रहे हैं। प्रति लोकसभा सीट के हिसाब से इसका आकलन किया जाए तो हर सीट पर करीब 200 करोड़ रुपये का धन विकास कार्यों पर खर्च किया जा रहा है। इससे पश्चिम बंगाल की दयनीय स्थिति में बड़े सुधार की उम्मीद की जा सकती है।
पश्चिम बंगाल को हाईस्पीड वंदे भारत की सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे, जहां वे तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य में 7,800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। वे हावड़ा एवं न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाएंगे। वह कोलकाता मेट्रो की पर्पल लाइन के जोका-तारातला खंड का भी उद्घाटन करेंगे, विभिन्न रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और कुछ का लोकार्पण करेंगे। पीएमओ के मुताबिक, दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री नौसेना के बेस ‘‘आईएनएस नेताजी सुभाष’’ पहुंचेंगे और वहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। वे श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय जल और स्वच्छता संस्थान (डीएसपीएम-निवास) का उद्घाटन करेंगे।
इन योजनाओं का शुभारंग करेंगे
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री दोपहर करीब 12 बजकर 25 मिनट पर राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। राष्ट्रीय गंगा परिषद को गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों के प्रदूषण निवारण और कायाकल्प के अधीक्षण की समग्र जिम्मेदारी दी गई है। प्रधानमंत्री 990 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के तहत विकसित 7 सीवरेज बुनियादी ढांचा परियोजनाओं (20 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 612 किलोमीटर नेटवर्क) का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं से पश्चिम बंगाल के नबद्वीप, कचरापाड़ा, हलीशर, बज-बज, बैरकपुर, चंदन नगर, बांसबेरिया, उत्तरापाड़ा कोटरुंग, बैद्यबती, भद्रेश्वर, नैहाटी, गरुलिया, टीटागढ़ और पानीहाटी की नगरपालिकाओं को लाभ होगा। पीएमओ ने कहा कि इन परियोजनाओं से पश्चिम बंगाल में 200 एमएलडी से अधिक की सीवेज शोधन क्षमता में वृद्धि होगी।
1585 करोड़ रुपये राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के लिए
प्रधानमंत्री 1585 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के तहत विकसित की जाने वाली 5 सीवरेज बुनियादी ढांचा परियोजनाओं (8 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 80 किलोमीटर नेटवर्क) की आधारशिला भी रखेंगे। इन परियोजनाओं से पश्चिम बंगाल में 190 एमएलडी नई एसटीपी क्षमता बढ़ेगी। इन परियोजनाओं से उत्तरी बैरकपुर, हुगली-चिनसुरा, कोलकाता केएमसी क्षेत्र- गार्डन रीच और आदि गंगा (टॉली नाला) और महेस्तला शहर के क्षेत्रों को लाभ होगा। डीएसपीएम-निवास को लगभग 100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कोलकाता के डायमंड हार्बर रोड स्थित जोका में विकसित किया गया है।
हावड़ा में वंदे भारत को दिखाएंगे हरी झंडी
प्रधानमंत्री हावड़ा रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। पीएमओ ने कहा कि अत्याधुनिक सेमी हाई स्पीड ट्रेन अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है। जो पश्चिम बंगाल के विकास की गति को तेज करेगी। इसके अलावा वह जोका-एस्प्लेनेड मेट्रो परियोजना (पर्पल लाइन) के जोका-तारातला खंड का उद्घाटन करेंगे। जोका, ठाकुरपुकुर, सखेर बाजार, बेहाला चौरास्ता, बेहाला बाजार और तारातला जैसे 6 स्टेशनों वाले 6.5 किलोमीटर के खंड का निर्माण 2475 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है। कोलकाता शहर के दक्षिणी हिस्सों जैसे सरसुना, डाकघर, मुचिपारा और दक्षिण 24 परगना के यात्रियों को इस परियोजना के उद्घाटन से बेहद फायदा होगा। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री चार रेल परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
इनमें बोइंची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन, दानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन, निमतिता- न्यू फरक्का डबल लाइन और अम्बारी फालाकाटा-न्यू मयनागुड़ी-गुमानीहाट दोहरीकरण परियोजना शामिल है। पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री 335 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किए जाने वाले न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखेंगे।