तमिलनाडु के रंगनाथस्वामी मंदिर में पहुंचे पीएम मोदी, की पूजा-अर्चना
पीएम मोदी आज तमिलनाडु के दौरे पर हैं। वह कल शाम को ही तमिलनाडु पहुंच गए थे, हालांकि आज वह विभिन्न मंदिरों में जाएंगे और वहां पूजा-पाठ का काम करेंगे।
नई दिल्ली: अपने तीन दिन के दक्षिण दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी तमिलनाडु के विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने जाएंगे। बता दें कि कल पीएम मोदी महाराष्ट्र के सोलापुर और कर्नाटक के बेंगलुरु में विभिन्न कार्यक्रमों शामिल हुए। इसके बाद पीएम मोदी शाम को तमिलनाडु पहुंच गए। यहां शुक्रवार की शाम को उन्होंने चेन्नई में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया। अब अगले दो दिनों तक पीएम मोदी तमिलनाडु में ही रहेंगे और विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे। पीएम मोदी आज और कल यानी शनिवार और रविवार को तमिलनाडु में रहेंगे, जबकि सोमवार को उन्हें अयोध्या के राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना है।
आज इन मंदिरों में जाएंगे पीएम मोदी
बता दें कि पीएम मोदी आज 20 जनवरी की सुबह तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पहुंचे। यहां उन्होंने पूजा पाठ के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे वह रामेश्वरम पहुंचेंगे। यहां श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में पीएम मोदी दर्शन और पूजा करेंगे। इस मंदिर में भी पीएम मोदी 'श्री रामायण पारायण' कार्यक्रम में भाग लेंगे।' इस कार्यक्रम में आठ अलग-अलग पारंपरिक मंडलियां संस्कृत, अवधी, कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया, बांग्ला, मैथिली और गुजराती में रामकथा (श्री राम की अयोध्या वापसी के प्रसंग का वर्णन) का पाठ करेंगी। पीएम मोदी श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर रामेश्वरम में प्रधानमंत्री भजन संध्या में भी शामिल होंगे।
पीएम मोदी कल इन मंदिरों में करेंगे पूजन
इसके बाद अगले दिन 21 जनवरी को पीएम मोदी धनुषकोडी के कोदंड रामास्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। यह मंदिर श्री कोदंड रामास्वामी को समर्पित है। कोठंडाराम नाम का अर्थ धनुषधारी राम है। यह धनुषकोडी नामक स्थान पर स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर विभीषण पहली बार श्री राम से मिले थे और उनसे शरण मांगी थी। इसके बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि यही वह स्थान है जहां श्री राम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था। पीएम मोदी धनुषकोडी के पास अरिचल मुनाई भी जाएंगे, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहीं पर राम सेतु का निर्माण हुआ था।
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