7 सितंबर को होने वाले 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के जकार्ता जाएंगे। G-20 सम्मेलन के चलते पीएम मोदी की यह यात्रा छोटी होगी। दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी-20 समिट हो रहा है जिसके चलते प्रधानमंत्री आसियान समिट में हिस्सा लेने के बाद जल्द ही भारत वापस लौट आएंगे। इंडोनेशिया जी20 'ट्रोइका' का हिस्सा है और पिछले साल जी20 समूह की अध्यक्षता उसके पास ही थी।
इन मुद्दों पर होगी बात
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में बताया कि यह शिखर सम्मेलन भारत-आसियान संबंधों की प्रगति की समीक्षा करेगा और सहयोग की भविष्य की दिशा तय करेगा। अगस्त में, आसियान-भारत के आर्थिक मंत्रियों की इंडोनेशिया में बैठक हुई और इस साल की बैठक का मुख्य एजेंडा आसियान-भारत व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) की समय पर समीक्षा करना था, जिस पर 2009 में हस्ताक्षर किए गए थे। एक संयुक्त समिति वार्ता के नियमित, त्रैमासिक कार्यक्रम पर सहमत हुई, जो 2025 में आसियान-भारत एफटीए की समीक्षा को समाप्त करेगी। 2018 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति विडोडो के निमंत्रण पर जकार्ता का दौरा किया था। इस यात्रा के दौरान, दोनों नेता इंडोनेशिया और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नए आयाम तक ले जाने के लिए एक नई व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्थापित करके सभी क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए थे।
10 देशों का समूह है आसियान
आसियान में 10 देश भाग लेते हैं। ये देश- ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त, 1967 को हुई थी।
(इनपुट- ANI)
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