PM Modi: ‘हर 5 साल में सरकार बदलने की सोच भी अब जनता में बदली‘, पीएम मोदी ने कहा
PM Modi: वर्ष 2014 में आप सभी जागरुक मतदाताओं ने दिल्ली में स्थिर सरकार दी। 2014 और 2019 में आपने स्थिर सरकार दी, इसलिए नीतियों में स्थिरता है। वर्क कल्चर में स्थिरता है। यही कारण है कि भारत का सामान्य नागरिक शासन और सरकार पर भरोसा करता है।
Highlights
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने किया संबोधित
- स्थिर सरकार से नीतियों में आई स्थिरताः पीएम मोदी
- केंद्र की योजनाओं का लाभ हिमाचल को भी मिल रहाः पीएम
PM Modi: पीएम नरेंद्र मोदी ने मंडी में आयोजित रैली को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। मंडी में युवाओं को रैली में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मौसम खराब होने से वर्चुअली संबोधित कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों ने हमेशा देश का सिर उंचा किया है और मान बढ़ाया है। दुनिया में भारत में साख जैसे जैसे बढ़ रही है, भारत को जानने समझने के लिए भारत से जुड़ने के लिए पूरी दुनिया लालायित हो रही है।
स्थिर सरकार से नीतियों में आई स्थिरताः पीएम मोदी
वर्ष 2014 में आप सभी जागरुक मतदाताओं ने दिल्ली में स्थिर सरकार दी। 2014 और 2019 में आपने स्थिर सरकार दी, इसलिए नीतियों में स्थिरता है। वर्क कल्चर में स्थिरता है। यही कारण है कि भारत का सामान्य नागरिक शासन और सरकार पर भरोसा करता है। वैसे ही दुनिया भी हम पर ज्यादा भरोसा करती है। स्थिर सरकार को देखकर अब राज्यों में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
हर 5 साल में सरकार बदलने की सोच भी बदलीः पीएम
पहले यूपी और उत्तराखंड में ये होता था कि सरकार हर बार बदल जाती थी, अब 5 साल में सरकार बदलने वाली सोच को यूपी और उत्तराखंड के लोगों ने उखाड़ फेंका। हिमाचल प्रदेश के लोग भी ऐसा ही चाहते हैं और वे भी ये मानते हैं कि हिमाचल का विकास यदि कोई कर सकता है तो वो बीजेपी ही कर सकती है।
केंद्र की योजनाओं का लाभ हिमाचल को भी मिल रहाः पीएम
पीएम ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि हिमाचल के युवा केंद्र की नीतियों स्टार्टअप इंडिया स्टैंडअप इंडिया जैसे मिशन का लाभ उठा रहे हैं। पिछले 8 सालों में कई उच्च शिक्षा संस्थान खुले हैं। 8 साल पहले जो असंभव था, उसे बीजेपी की सरकार ने संभव कर दिखाया।
‘टूरिज्म इंडस्ट्री को ग्लोबल पहचान मिलने के लिए हो रहा है काम‘
देश में रोजगार निर्माण को जिस चीज से बल मिलने वाला है, वो है टूरिज्म। मैं खुद भी हिमाचल के हस्तशिल्प से प्रभावित रहा हूं। कुल्लू की शॉल हो, चंबा का रुमाल हो, कांगड़ा की पेंटिंग हो, चंबा की चप्पल हों। इन सभी को ग्लोबल किया जा रहा है, दुनिया में इसकी प्रतिष्ठा बनी है। जब भी मेरा किसी विदेश अतिथियों से मिलना होता है, तो हिमाचल में बने हस्तशिल्प के उपहार देता हूं ताकि यहां कि कला शिल्प के बारे में लोगों को पता चले।
ई-विकास को शुरू किया, टूरिज्म वीजा को आसान बनाया
पीएम मोदी ने कहा कि आप जानते हैं कि हमने कई देशों के साथ ई-विकास को शुरू किया। लोगों को आसानी से वीजा मिले, ये सुनिश्चित किया। करोना से पहले तो बहुत लोग आते थे, हमने फिर टूरिज्म सेक्टर को आगे बढ़या है, जबकि कई देशों में तो टूरिज्म खुला ही नहीं है।
14 हजार करोड़ रुपए मुद्रा योजना के लिए केंद्र सरकार ने दिएः पीएम मोदी
जिस प्रकार हिमाचल में हो स्टे और टूरिज्म को गति मिली है, वो एक मिसाल है। हिमाचल प्रदेश में भी मुद्रा योजना के तहत 14 हजार करोड़ रुपए हिमाचल को दिए जा चुके हैं। पर्यटन हो, खेती हो या मैन्यूफैक्चरिंग, इन सारे सेक्टरों में सबसे ज्यादा अवसर युवाओं के लिए होते हैं। कनेक्टीविटी इसके लिए जरूरी है। केंद्र की योजनाओं से देश के साथ ही हिमाचल के लोगों को भी बहुत फायदा हो रहा है। यहां फूड टेस्टिंग लैब का काम किया जा रहा है। यह सबकुछ यहां के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए है।
‘पहले की सरकारों के मुकाबले 7 गुना ज्यादा राशि हाइवे के रखरखाव के लिए हमने दी‘
पिछले 8 साल में केंद्र सरकार ने 14 हजार करोड़ रुपए सड़कों के रखरखाव और ऐसी मदों के लिए दिए हैं। नेशनल हाइवे के लिए पहले की सरकारों के मुकाबले 7 गुना ज्यादा ग्रांट केंद्र सरकार ने दी है। इस साल के बजट में भी देा बड़े कार्यक्रम घोषित किए। इसका फायदा हिमाचल को भी फायदा मिल रहा है। रोप वे के कार्यक्रम को विस्तार देने की केंद्र की योजना का हिमाचल को काफी फायदा मिल रहा है। सीमावर्ती गांवों का भी विकास किया जा रहा है।
वर्क फ्रॉम होम नीति का सबसे ज्यादा फायदा हिमाचल को मिलाः प्रधानमंत्री
वर्क फ्रॉम होम की नीति का फायदा हिमाचल को काफी मिल रहा है। अब तो 5जी सेवाएं भी शुरू होने वाली है, जिसका लाभ हिमाचल को भी मिलेगा। हिमाचल उन राज्यों में है जिसने अपनी खुद की ‘ड्रोन नीति‘ बनाई है, इसके लिए हिमाचल सरकार को बधाई देता हूं। ड्रोन से सामान पहुंचाया जा रहा है। इसके बारे में जानने के लिए कई कोर्स भी शुरु किए गए हैं।