कर्नाटक में पीएम मोदी ने बजाया ढोल, वुहान से नागपुर तक इन स्थानों पर पहले भी प्रधानमंत्री बजा चुके हैं वाद्ययंत्र, देखें Video
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक दौरे के दौरान कलबुर्गी मे ढोल बजाया। पहले भी कई ऐसे मौके आ चुके हैं, जब पीएम मोदी पारंपरिक वाद्ययंत्र बजाने से खुद को नहीं रोक पाए। फिर चाहे वो चीन का वुहान हो, या भारत के पूर्वोत्तर का राज्य मणिपुर। जानिए किन किन मौकों पर पीएम मोदी ने ढोल बजाकर उत्साह का इजहार किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र और कर्नाटक के दौरे पर हैं। वहां उन्होंने विकास कार्यों की सौगात दी है। इस दौरान कर्नाटक यात्रा के दौरान राज्य के कलबुर्गी जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारंपरिक ढोल बजाया। दरअसल, देश हो या विदेश, प्रधानमंत्री जहां भी यात्रा करते हैं वहां पारंपरिक संगीत वाद्य यंत्रों को देखकर खुद को नहीं रोक पाते हैं। दरअसल कल्चरल म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स में एक उल्लास छिपा होता है, जो विभिन्न संस्कृतियों को आपस में जोड़ने का काम करता है। यह बात पीएम मोदी बखूबी जानते हैं। आज गुरुवार को कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में उन्होंने ढोल बजाया। इसी तरह वे कई मौकों पर ढोल या नगाड़ा बजाकर अपनी उत्साह का इजहार कर चुके हैं। जानिए कब कब आए वो खास लम्हे?
दिसंबर 2022: महाराष्ट्र के नागपुर में पीएम मोदी ने बजाया ढोल
प्रधानमंत्री पिछले माह यानी 11 दिसंबर 2022 को भी महाराष्ट्र के दौरे पर थे। यहां अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (11 दिसंबर, 2022) को महाराष्ट्र के नागपुर में ढोल बजाया। प्रस्तावित कार्यक्रम के बीच वहां पारंपरिक वेश-भूषा में बड़े ढोल लिए कुछ युवक थे, जिनमें से एक के बगल में पीएम खड़े होकर ढोल बजाते नजर आए। अपने बीच में पीएम मोदी को ढोल बजाता देख लोग उत्साहित हो गए। हालांकि इस दौरान लोगों ने सोशल मीडिया पर उनके ढोल बजाने के इस वीडियो क्लिप पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी दी थीं। कुछ लोगों ने कहा कि पीएम मोदी ने ढोल बजाकर जता दिया कि कांग्रेस यानी एमवीए का भी राज्य में 'बैंड' बज चुका है।
अप्रैल 2018: जब चीन के वुहान में पीएम मोदी ने बजाया ढोल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2018 में चीन के दौरे पर गए थे। चीन के साथ तल्ख रिश्तों को खत्म करने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब (27 अप्रैल) को राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। शी जिनपिंग से अनौपचारिक मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने वुहान प्रांतीय संग्रहालय का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने चीनी परंपराओं को जानने की कोशिश की। चीनी परंपराओं को जानने के साथ पीएम मोदी ने यहां पर ढोल, ड्रम और घंटियां बजाई।
दरअसल, वुहान में पीएम मोदी जिस वक्त पीएम मोदी संग्राहलय में चीन की ऐतिहासिक वस्तुओं को देख रहे थे, उसमें कुछ ढोल और ड्रम भी मौजूद थे, जिसे बजाने से वह रोक नहीं पाए। वह जिस वक्त ढोल बजा रहे थे, उस वक्त उनके पास खड़े शी जिनपिंग मुस्कुराते हुए नजर आए। इस तरह चीन में ढोल और ड्रम बजाकर उन्होंने यह जताने की कोशिश की थी कि चीन और भारत, दोनों ही हजार साल पुरानी संस्कृतियों को अपने में समेटे हैं।
जनवरी 2022: मणिपुर ढोल बजाने से खुद को नहीं रोक पाए प्रधानमंत्री
वहीं पिछले साल यानी 4 जनवरी 2022 को पीएम मोदी मणिपुर यात्रा पर गए थे। पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर ट्रेडिशन वाद्य यंत्रों को देखकर खुद को नहीं रोक पाए और स्वयं ही बजाने लगे थे, जिसका यह वीडियो भी सामने आया था। त्रिपुरा, मणिपुर की यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए नजर आए थे।
पीएम मोदी वहां अपने स्वागत में वाद्य यंत्र बजा रहे कलाकारों से भी मिले और उनसे बातचीत करते हुए खुद ही ढोल बजाया। पीएम मोदी ने एक कलाकार को ढोल बजाते देखा तो उन्होंने उससे इस वाद्य यंत्र के बारे में जाना और हाथ आजमाया। इसके बाद आगे बढ़े तो उन्होंने ढोल बजा रहे एक कलाकार देखा तो, उसे देखकर पीएम मोदी खुद को रोक नहीं पाए और स्वयं ही ढोल पर थाप देने लगे थे। पीएम ने खुशी-खुशी ढोल बजाया और फिर नमस्कार करके कलाकारों से विदाई ली।