PM Modi on Agnipath: अग्निपथ पर मचे घमासान पर बोले पीएम मोदी- 'अभी सुधार बुरे लग सकते हैं, लेकिन समय आने पर फायदा मिलेगा'
सेनाओं में भर्ती के लिए केंद्र द्वारा घोषित नई योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आई प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी काफी अहम है। उन्होंने हालांकि अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन का सीधा जिक्र नहीं किया
Highlights
- स्टार्टअप और नवोन्मेष का रास्ता आसान नहीं है- मोदी
- 'डबल इंजन सरकार शहर के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध'
- मैं समय बर्बाद नहीं करना चाहता और एक एक मिनट काम करूंगा- मोदी
PM Modi on Agnipath: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि फैसले और सुधार अस्थायी रूप से अप्रिय हो सकते हैं लेकिन समय के साथ देश को उनका लाभ महसूस होगा। सेनाओं में भर्ती के लिए केंद्र द्वारा घोषित नई योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आई प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी काफी अहम है। उन्होंने हालांकि अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन का सीधा जिक्र नहीं किया। इस योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों पर मोदी ने कोई टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा, "यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि अच्छे इरादों से लाई गई कई अच्छी चीजें राजनीतिक रंगों में फंस जाती हैं। मीडिया भी अपनी टीआरपी मजबूरियों के कारण इसमें शामिल हो जाता है।’’
'कई फैसले अस्थायी रूप से अप्रिय हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ उनके लाभों का अनुभव होगा’
प्रधानमंत्री ने "डबल इंजन" सरकार की उपलब्धियों और इसके तहत विकास की गति को रेखांकित करते हुए इसके लिए राज्य के लोगों से आशीर्वाद मांगा और इसे "सबसे बड़ी ताकत" बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरू में अपने संबोधन में कहा, "स्टार्टअप और नवोन्मेष का रास्ता आसान नहीं है, तथा पिछले आठ सालों से देश को इस रास्ते पर आगे ले जाना भी आसान नहीं था। कई फैसले और सुधार अस्थायी रूप से अप्रिय हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ देश को उनके लाभों का अनुभव होगा।’’
उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन या शिलान्यास करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "सुधारों का मार्ग ही हमें नए लक्ष्यों और नए संकल्प की ओर ले जा सकता है...हमने अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र को खोल दिया है जो दशकों तक सरकारी नियंत्रण में थे।" मोदी ने कहा कि बेंगलुरू ने दिखाया है कि अगर सरकार सुविधाएं दे और नागरिकों के जीवन में कम हस्तक्षेप करे तो भारतीय युवा क्या कुछ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु भारत के युवाओं और उद्यमिता के लिए सपनों का नगर है तथा नवाचार और सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों का सही उपयोग इसके मुख्य कारण हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, "बेंगलुरु उन लोगों को अपनी मानसिकता बदलना सिखाता है जो आज भी भारत के निजी क्षेत्र और निजी उद्यम को नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं...।’’
'डबल इंजन सरकार शहर के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध'
उन्होंने कहा कि "डबल इंजन" सरकार ने जो वादा किया था, उसे आज साकार होते देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई परियोजनाएं जीवन की सुगमता और व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देंगी। मोदी ने कहा कि बेंगलुरू 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सच्चा प्रतिबिंब है तथा शहर की प्रगति लाखों लोगों के सपनों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार शहर के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु के लिए उपनगरीय रेलवे परियोजना के कार्यान्वयन में 40 वर्ष की देरी हुई और यदि वे समय पर पूरे हो जाते तो शहर के बुनियादी ढांचे पर इतना दबाव नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, "मैं समय बर्बाद नहीं करना चाहता और एक एक मिनट काम करूंगा...।"
पीएम मोदी ने सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च का किया उद्घाटन
कर्नाटक के 2 दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च (CBR) का उद्घाटन किया और बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान परिसर में एक अत्याधुनिक अस्पताल की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा, "खुशी इसलिए ज्यादा है क्योंकि मुझे इस परियोजना की आधारशिला रखने का भी गौरव मिला। यह केंद्र मस्तिष्क संबंधी विकारों के प्रबंधन से जुड़े शोध में सबसे आगे होगा।" उन्होंने 832 बिस्तरों वाले बागची-पार्थसारथी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की भी आधारशिला रखी। मोदी ने कहा, "ऐसे समय में, जब हर देश को स्वास्थ्य सेवा को सबसे ज्यादा महत्व देना चाहिए, बागची- पार्थसारथी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल जैसे प्रयास काफी महत्व रखते हैं।"
प्रधानमंत्री ने बेंगलुरू में डॉ. बी. आर. आंबेडकर स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स (बेस) विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन करने के साथ ही भारतीय संविधान निर्माता की एक प्रतिमा का अनावरण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में 150 ‘प्रौद्योगिकी हब’ भी समर्पित किया, जिन्हें कर्नाटक में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) में व्यापक बदलाव लाकर विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री बाद में, मैसूर के लिए रवाना हुए। वहां उन्होंने महाराजा कॉलेज ग्राउंड में नागनहल्ली में स्थापित होने वाले नए कोचिंग कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखी और फिर अखिल भारतीय भाषण और श्रवण संस्थान (AIISH) में उत्कृष्टता केंद्र को समर्पित किया। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र सरकार की योजना के लाभार्थियों से भी बातचीत की।