ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश के पहले ‘ग्रीनफील्ड’ हवाई अड्डे ‘डोनी पोलो’ (Donyi Polo) का उद्घाटन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। फरवरी 2019 में इस हवाई अड्डे का शिलान्यास खुद पीएम मोदी ने किया था। बीच में कोविड महामारी जैसी चुनौतियों के बावजूद एयरपोर्ट का काम बहुत कम समय में पूरा किया गया है। डोनी पोलो हवाई अड्डा अरुणाचल प्रदेश के लिए तीसरा हवाई अड्डा होगा, जिससे उत्तर-पूर्व क्षेत्र में कुल हवाईअड्डों की संख्या 16 हो जाएगी। 1947 से 2014 तक, उत्तर-पूर्व में केवल 9 हवाई अड्डे बनाए गए थे। तब से आठ साल की छोटी सी अवधि में मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में 7 हवाईअड्डे बनाए हैं।
होलोंगी में स्थित है डोनी पोलो हवाई अड्डा
अधिकारियों ने बताया कि डोनी पोलो हवाई अड्डा होलोंगी में स्थित है और इसके संचालित होने के बाद संपर्क, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मोदी शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे का उद्घाटन करेंगे और वहां से उत्तर प्रदेश के वाराणसी और गुजरात के लिए रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री 600 मेगावाट क्षमता वाले कामेंग जल विद्युत स्टेशन भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
Image Source : इंडिया टीवीडोनी पोलो हवाई अड्डा, अरुणाचल प्रदेश
645 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण
अधिकारियों ने बताया कि ‘डोनी पोलो’ हवाई अड्डे को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 645 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसमें आठ ‘चेक-इन काउंटर’ होंगे और व्यस्त समय के दौरान 200 यात्रियों को जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकती है। देश के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में कोई हवाई अड्डा नहीं है। निकटतम सुविधा असम के उत्तरी लखीमपुर जिले में 80 किलोमीटर दूर लीलाबाड़ी हवाई अड्डे पर है।
4,100 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला है डोनी पोलो हवाई अड्डा
अधिकारियों ने बताया कि 4,100 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले डोनी पोलो हवाई अड्डा यात्रियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। उन्होंने बताया कि इसमें 2,300 मीटर लंबा रनवे होगा जो बोइंग 747 की ‘लैंडिंग’ और ‘टेक-ऑफ’ के लिए उपयुक्त होगा। इंडिगो एयरलाइंस 28 नवंबर से हवाई अड्डे से वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत करेगी। इस हवाई अड्डे का नाम राज्य की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक सूर्य (डोनी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति लोगों की श्रद्धा को दर्शाता है। उत्तर-पूर्व में विमानों की आवाजाही में 2014 के बाद से 113% की वृद्धि देखी गई है, जो 2014 में 852 प्रति सप्ताह से बढ़कर 2022 में 1817 प्रति सप्ताह हो गई है।
इनपुट-एजेंसी
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