पीके और केसीआर की हैदराबाद में मुलाकात, कांग्रेस नेता बोले- 'दुश्मन के दोस्त पर भरोसा मत करो'
कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के शनिवार को हैदराबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से लंबी मुलाकात की है। वहीं कांग्रेस चाहती है कि किशोर दूसरी पार्टियों से दूरी बनाएं।
कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के शनिवार को हैदराबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से लंबी मुलाकात की है। वहीं कांग्रेस चाहती है कि किशोर दूसरी पार्टियों से दूरी बनाएं। कांग्रेस ने पीके को पार्टी तक जॉइन करने की बात कही। कुछ समय पहले खबरें आई थी कि केसीआर और किशोर के बीच कई बार मुलाकात हो चुकी हैं। खास बात है कि केसीआर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लगातार विपक्षी एकजुटता की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस में किशोर की एंट्री तय!हाल ही में खबर आई थी कि किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की संभावनाएं काफी मजबूत नजर आ रही हैं। इधर, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से गठित समिति ने किशोर के सुझाए प्लान को लेकर अपनी रिपोर्ट शुक्रवार को दाखिल कर दी थी। पैनल के सदस्यों केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह रिपोर्ट सोनिया गांधी को उनके आवास पर रिपोर्ट सौंपी थी।
तेलंगाना कांग्रेस के एक ट्वीट ने बढ़ाई हलचल
एक ओर जहां चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस के साथ चर्चा के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिल रहे हैं। वहीं, इस बीच कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी मणिकम टैगोर के एक ट्वीट ने सियासी चर्चाएं बढ़ा दी हैं। उन्होंने बगैर नाम लिए सवाल किया है, जिसे किशोर और तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख की मुलाकात से जोड़कर देखा जा रहा है।
टैगोर ने बगैर किसी का नाम लिए ट्वीट किया, 'कभी भी ऐसे किसी व्यक्ति का भरोसा मत करो, जो आपके दुश्मन का दोस्त हो।' उन्होंने सवाल किया,'क्या यह सही है?' खास बात है कि तेलंगाना में टीआरएस और कांग्रेस को प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। अब सीएम खुद ही सार्वजनिक तौर पर बता चुके हैं कि किशोर टीआरएस के साथ काम कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के साथ भी जारी चर्चाओं ने सवाल खड़े किए हैं।
टीआरएस के साथ काम करेंगे पीके!
खबरें थी कि किशोर ने रविवार को हैदराबाद में केसीआर से मुलाकात की थी। अटकलें लगाई जा रही है कि किशोर की I-Pac ने टीआरएस के साथ काम करने का फैसला किया है। इधर, कुछ कांग्रेस नेताओं का मानना था कि चुनावी रणनीतिकार को अन्य पार्टियों से अलग होना होगा। किशोर इससे पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस समेत कई दलों के साथ काम कर चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसके चलते किशोर के साथ उनके संबंधों में बाधा नहीं आएगी, क्योंकि वह पहले ही कंपनी के साथ अलग होने का ऐलान कर चुके हैं। संभावनाएं जताई जा रही थी कि किशोर जल्दी ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अब तक कांग्रेस या चुनावी रणनीतिकार की तरफ से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
बीते कुछ दिनों में किशोर ने कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के साथ बैक-टू-बैक बैठकें की हैं। इसके अलावा किशोर के प्रस्ताव को लेकर गठित कांग्रेस के एक विशेष पैनल ने अपनी रिपोर्ट भी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दी है।