चंपावत: उत्तराखंड के पिथौरागढ़-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में स्वांला के पास एक बड़ा हादसा होने से बच गया। रोडवेज बस के ड्राइवर की समझदारी से बस में सवार 22 यात्रियों की जान बच गई। दरअसल, बुधवार को टनकपुर डिपो की बस पिथौरागढ़ से टनकपुर की ओर जा रही थी। दोपहर एक बजे बस चंपावत से टनकपुर की ओर निकली तो स्वांला के पास अनियंत्रित हो गई। जैसे ही बस में बैठे यात्रियों को इसका पता चला तो चीख-पुकार मच गई।
हालांकि, ड्राइवर ने बस को पहाड़ी से टकरा दिया, जिसके बाद बस रुक गई। बस में सवार सभी यात्रियों ने राहत की सांस ली।
दर्दनाक बस हादसे में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत
वहीं, आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के गुना में बुधवार रात दर्दनाक बस हादसा हुआ है। आरोन जा रही बस तेज रफ्तार डंपर से टकरा गई और इस बस में आग लग गई। बस में करीब 30 से 40 यात्री सवार थे जिसमें 13 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। वहीं 17 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में बस चालक की भी मौत हो गई। यात्रियों के मुताबिक ड्राइवर और कंडक्टर शराब के नशे में थे।
एक घंटे तक नहीं पहुंची थी कोई मदद
बताया जा रहा है कि बुधवार रात सिकरवार बस सर्विस की खटारा बस गुना से आरोन जा रही थी। तभी विपरीत दिशा से आए डंपर से उसकी टक्कर हो गई। टक्कर के बाद बस में आग लग गई। कुछ लोग बमुश्किल निकल सके। बचे हुए यात्रियों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। लेकिन यात्रियों का कहना है कि एक घंटे तक वहां कोई भी मदद नहीं पहुंची। जिसके कारण कई लोगों के उसमें इसमें हताहत होने की आशंका है। घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और जिला अस्पताल में घायलों को भेजा गया।
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