Paycm Controversy: कर्नाटक पुलिस ने पेसीएम पोस्टर विवाद के सिलसिले में पांच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, इस पोस्टर के जरिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) की सोशल मीडिया विंग से जुड़े हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान केपीसीसी सोशल मीडिया के पूर्व अध्यक्ष बीआर नायडू, और बेंगलुरु केकेआर पुरम में देवदंद्रा निवासी गगन यादव, पवन, संजय और विश्वनाथ के रूप में हुई है।
क्या है ये Paycm
हाई ग्राउंड्स और सदाशिवनगर पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू करने के लिए सीएम बोम्मई के निर्देश का पालन करते हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पेसीएम के पोस्टर बेंगलुरु की सड़कों पर सीएम बोम्मई के क्यूआर कोड के साथ लगे थे। अगर कोई पोस्टर पर छपा क्यूआर कोड स्कैन करता है तो एक वेबसाइट खुलती है। कांग्रेस के मुताबिक लोग इस वेबसाइट पर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।
सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस में एक दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर क्यूआर कोड के पोस्टरों की जंग जारी है। विपक्षी कांग्रेस ने पहले पेसीएम पोस्टर जारी किया और भाजपा ने बुधवार को विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार वाले क्यूआर कोड पोस्टर के साथ जवाब दिया।
'इससे राज्य की छवि खराब हो रही है'
अधिकारियों ने बीबीएमपी कर्मियों को बेंगलुरु में दीवारों और अन्य प्रतिष्ठानों से पोस्टर हटाने का आदेश दिया। बीजेपी एमएलसी एम. रविकुमार ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने हमारे सीएम का इस्तेमाल प्रचार करने के लिए किया है, राहुल गांधी को अपना भुगतान करना चाहिए। पेसीएम पोस्टर के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, सीएम बोम्मई ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे की जांच के आदेश दिए हैं कि प्रचार के पीछे कौन है। उन्होंने कहा, यह मेरी छवि के बारे में नहीं है, वे राज्य की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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