कोई मजदूर तो कोई इंजीनियर... संसद में सेंध लगाने वाले आरोपियों की ये है पूरी कुंडली
संसद भवन की सुरंक्ष में सेंध लगाने वाले गिरफ्तार चार आरोपियों की पूरी कुंडली सामने आ गई है। इनमें कुछ पहले भी विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा रह चुके हैं, तो कुछ आरोपी मजदूर और ई-रिक्शा चलाया करते हैं।
संसद की सुरक्षा में सेंधमारी में चार लोग फौरन गिरफ्तार कर लिए गए थे। ये घटना उस वक्त हुई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग- सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए, उन्होंने नारेबाजी की और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। इस बीच कुछ सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया। ठीक उसी वक्त दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे और नीलम देवी- ने संसद परिसर के बाहर ‘केन’ से रंगीन धुआं छोड़ा और नारे लगाने लगे। पुलिस ने बताया कि इस घटना की प्लानिंग 6 लोगों ने मिल कर बनाई थी और ये चारों लोग उसी ग्रुप का हिस्सा हैं। इसलिए अब हम आपको पकड़े गए इन चार आरोपियों की पूरी कुंडली बताएंगे।
MPhil और NET क्वालिफाई है नीलम
नीलम वही आरोपी है जिसने संसद के अंदर उसके साथियों के कूदते ही संसद के बाहर कलर स्मोक छोड़ा और नारे लगाने लगी। नीलम थोड़ी बहुत नहीं बल्कि कई सारी डिग्रियां कर चुकी है। इतना ही नहीं 42 साल की नीलम किसान आंदोलन से लेकर अलग-अलग आंदोलनों में सक्रिय रहती है। इसके साथ ही वह प्रगतिशील युवा संगठन की भी संस्थापक है। नीलम हरियाणा के जींद में उचाना के एक गांव घसो खुर्द की रहने वाली है।
नीलम हिसार में रही थी और हरियाणा सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी। जींद में रहने वाले नीलम के छोटे भाई रामनरेश ने बताया कि वह NET क्वालिफाई कर चुकी है। नीलम ने बीए, एमए, बीएड, एमएड, एसटेट, एमफिल भी किया है। भाई ने बताया कि कुछ समय पहले ही उसे दिल्ली में टीजीटी में इंटरव्यू दिलाने गए थे लेकिन नौकरी नहीं मिली। वहीं नीलम के बड़ा भाई ने बताया कि उसके पिता हलवाई हैं और उसके दोनो भाई दूध का काम करते हैं।
इंजीनियर है मनोरंजन, सांसद प्रताप से अच्छे संबंध
मनोरंजन डी वही शख्स है जो दर्शक-दीर्घा से सदन में कूदा था। मंनोरंजन 35 साल का है और अविवाहित है। वह इंजीनियर है और उसके पिता किसान हैं। मनोरंजन के पिता ने बताया कि मुझे नहीं पता था कि वह दिल्ली में है। उन्होंने कहा कि वह कॉलेज में छात्र नेता रहा है लेकिन उसकी विचारधारा का किस ओर झुकाव है, ये नहीं पता। मनोरंजन के पिता देवराज ने बताया कि चार दिन पहले ही वह बंगलूरू के लिए घर से निकला था। वह बंगलूरू में आईटी कंपनी में नौकरी कर चुका है। पिता ने बताया कि मनोरंजन किताबें पढ़ता है, लेकिन स्वामी विवेकानंद को खास तौर पर पढ़ा करता है। इतना ही नहीं सांसद प्रताप सिम्हा से संबंधों के सवाल पर पिता ने बताया कि मनोरंजन और प्रताप के अच्छे संबंध हैं।
12वीं पास सागर ई-रिक्शा चलाता है
लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सांसदों के बीच कूदने वाला दूसरा शख्स सागर शर्मा है। सागर लखनऊ के आलमबाग के रामनगर इलाके में रहता है। रोजी-रोटी के लिए वह ई-रिक्शा चलाता है। जब लखनऊ पुलिस ने उसके घर जाकर पूछताछ की तो पता चला कि सागर दो साल तक बंगलूरू में भी रहा है। आशंका है कि बंगलूरू में ही सागर और मनोरंजन मिले होंगे। जानकारी मिली है कि सागर यूपी के उन्नाव जिले के सोहरामऊ का मूल निवासी है। सागर पिता कारपेंटर हैं। सागर की मां ने बताया कि वह घर से प्रदर्शन में शामिल होने की बात कहकर गया था। सागर केवल 12वीं पास है। लेकिन परिजनों ये बताया कि उन्हें ये नहीं पता कि वह बंगलूरू में करता क्या है।
मजदूरी करके सेना की तैयारी कर रहा था अमोल
संसद परिसर के बाहर स्मोक केन छोड़कर नारेबाजी करने वालों में नीलम के अलावा 25 साल का अमोल शिंदे भी शामिल था। वह महाराष्ट्र के लातूर के जरी का रहने वाला है। उसके मां-बाप और दो भाई हैं, ये सभी मजदूरी करते हैं। अमोल सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था और अपना खर्च चलाने के लिए वह मजदूरी करता था। इस बीच 9 दिसंबर को सेना में भर्ती की बात कहकर वह घर से निकला था।
गौरतलब है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की प्लानिंग में कुल 6 लोग शामिल थे। इनमें से 4 लोग पुलिस की गिरफ्त में हैं और बारी 2 लोगों फरार हैं और उनके बारे में पुलिस के पास कोई विस्तृत जानकारी नहीं है।
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