नयी दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेट्रोल, डीजल सहित ईंधन की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा बृहस्पतिवार को सदन में उठाने का प्रयास किया और अनुमति न मिलने पर विरोध जताते हुए सदन से वाकआउट किया । पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में बृहस्पतिवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। पिछले 10 दिनों में कुल 6.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
लोकसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होने पर विपक्षी दलों के सदस्य पेट्रोल, डीजल सहित ईंधन की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा उठाने लगे और आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्षी दलों के सदस्यों ने अपनी मांग के समर्थन में तख्तियां भी ली हुई थीं। हालांकि, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि उन्होंने सदस्यों को यह विषय उठाने के लिए इस सत्र के दौरान चार बार मौका दिया है। उन्होंने कहा कि सदस्यों को अपनी सीट पर जाना चाहिए और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए ।
विपक्षी सदस्यों का हंगामा हालांकि जारी रहा और अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चलाया। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, माकपा, भाकपा सदस्यों ने इस विषय को सदन में उठाने की अनुमति न मिलने पर विरोध प्रकट किया । करीब 30 मिनट बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य सदन से वाकआउट कर गए।
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