ओडिशा के कोरापुट जिले में स्वयं को सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता बताकर लोगों को ठगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। फर्जी आरटीआई कार्यकर्ता लोगों को पैसे के बदले विभिन्न सरकारी लाइसेंस दिलाने का झांसा देकर ठगी कर रहा था। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपी को कोरापुट शहर पुलिस थाने में दर्ज एक मामले के सिलसिले में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया।
फर्जी आरटीआई कार्यकर्ता गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि उसके पास से राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का एक फर्जी पहचान पत्र बरामद किया गया। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा के अंतर्गत मामले को विशेष कार्य बल(एसटीएफ) के पास भेज दिया गया है। अधिकारी ने कहा,‘‘यह व्यक्ति खुद को आरटीआई कार्यकर्ता बताकर और वरिष्ठ अधिकारियों से नजदीकी संबंध होने का दावा कर लोगों को ठगता था। उसने लोगों से पैसे की एवज में उन्हें शराब कारोबार सहित विभिन्न कारोबारों के लिए लाइसेंस दिलाने में मदद करने का वादा किया था।’’
लाइसेंस दिलाने के बहाने करता था ठगी
उन्होंने दावा किया कि आरोपी करीब दो-तीन सालों से लोगों को ठग रहा था। एसटीएफ अधिकारी ने कहा,‘‘गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के बैंक खाते में दो से तीन वर्षों में कई बार नकद पैसे जमा किए गए और कुल रकम दो करोड़ रुपये से अधिक है।’’ अधिकारी ने बताया कि आरोपी बेरहामपुर का निवासी है और कुछ वर्षों से कोरापुट में रह रहा था।
(इनपुट-भाषा)
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