Odisha: ओडिशा सरकार ने कम दबाव वाले क्षेत्र के दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के मद्देनजर शुक्रवार को तटीय जिलों के लिए ‘हाई अलर्ट’ जारी किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। विशेष राहत आयुक्त पी.के.जेना ने बताया कि महानदी बेसिन क्षेत्र में फिर बारिश होने से पहले ही बाढ़ की मार झेल रहे क्षेत्रों में स्थिति और खराब हो गई है।
कई जिलों में आई बाढ़
राज्य सरकार ने जिला प्रशासन से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को मदद मुहैया कराने को कहा है। राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दबाव क्षेत्र के चलते भारी बारिश के कारण जगतसिंहपुर और रायगढ़ जिलों और उत्तरी क्षेत्र के सुवर्णरेखा बेसिन के कुछ इलाकों में बाढ़ आ गई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, जगतसिंहपुर जिले में रात भर में 107 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व और आस-पास के क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। वह अभी बालासोर से लगभग 310 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है।
बालासोर, भद्रक और मयूरभंज जिलों में जारी हुआ ‘रेड अलर्ट’
विभाग के अनुसार, इसके गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है और शाम को बालासोर तथा सागर द्वीप समूह से होकर पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट को पार करने की संभावना है। यह ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर होगा। ओडिशा सरकार ने इस पूर्वानुमान के मद्देजनर जिले के अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने को कहा है। बालासोर, भद्रक और मयूरभंज जिलों के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है।
12 जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी
अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण नदियों में पानी बढ़ सकता है। संवेदनशील पहाड़ी इलाकों में बाढ़ आने, मिट्टी धंसने और भूस्खलन होने की आशंका है, जिससे कुछ अतिसंवेदनशील सड़कों और मकानों को नुकसान पहुंच सकता है। केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, ढेंकनाल और अंगुल समेत 12 जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। झारसुगुड़ा, बरगढ़, कालाहांडी, कंधमाल, गंजम, नयागढ़, खुर्दा और पुरी के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है। मछुआरों को शनिवार तक समुद्र में न जाने को कहा गया है।
राज्य सरकार के अनुसार, हीराकुंड जलाशय में पानी की मात्रा सुबह आठ बजे 622.37 फुट थी, जबकि इसमें कुल 630 फुट पानी ही आ सकता है। राज्य में आई बाढ़ से अभी तक 13 जिलों में पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। गुरुवार तक 90,000 लोगों को 190 राहत शिविरों में पहुंचाया गया था। उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक हालात का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने सभी राहत बचाव कार्य के लिए सभी विभागों को बचाव कार्य के लिए निर्देशित भी किया है।
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