History of 9 October: साल का हर दिन किसी ना किसी कारणवश याद किया जाता है। आज आपको बताएंग कि 9 अक्टूबर को भारत समेत पड़ोसी देशों में क्या हुआ था। आपको बता दें कि 09 अक्टूबर का दिन इतिहास में 15 साल की एक किशोरी पर तालिबान के घातक हमले के लिए याद किया जाता है। पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली मलाला यूसुफजई की दुनियाभर में गूंजती आवाज को दबाने के लिए तालिबान ने उनपर हमला किया और सिर में गोली मारकर उनकी जान लेने की कोशिश की। स्कूल से घर लौट रही मलाला पर हुआ यह हमला घातक था लेकिन मलाला का हौंसला भी कम न था।
ब्रिटेन में लंबे इलाज के बाद वह ठीक हुईं और एक बार फिर अपने अभियान में जुट गईं। सबसे कम उम्र में शांति का नोबेल पाने वाली मलाला आतंकवादियों के बच्चों को भी शिक्षा देने की पक्षधर हैं, ताकि वह शिक्षा और शांति का महत्व समझें। वो हमेशा तालिबान के खिलाफ खुलकर बोलती रहती है।
- 9 अक्टूबर 1877 में ओड़िशा के सामाजिक कार्यकर्ता, स्वतंत्रता सेनानी एवं साहित्यकार पंडित गोपाबंधु दास का जन्म हुआ था।
- 1949 में भारतीय प्रादेशिक सेना का गठन। ब्रिटिश हुक्मरान ने ‘इंडियन टेरिटोरियल एक्ट’ के आधार पर इस सेना के गठन का रास्ता साफ किया था, लेकिन आजादी के बाद भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी ने औपचारिक तौर पर इसकी स्थापना की।
- 1963 में सैफुद्दीन किचलू का निधन। प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी किचलू पहले भारतीय थे, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए लेनिन अवार्ड से सम्मानित किया गया।
- 1970 में बम्बई के भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र में यूरेनियम 233 का उत्पादन।
- 1976 में बॉम्बे (अब मुंबई) और लंदन के बीच संपर्क के साथ ही अंतरराष्ट्रीय डायरेक्ट डायलिंग टेलीफोन सेवा की शुरुआत।
- 1990 में देश में ही निर्मित पहला तेल टैंकर ‘मोतीलाल नेहरू’ भारतीय जहाजरानी निगम को सौंपा गया । इसका निर्माण कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड ने किया था।
- 1991 में सूमो पहलवानी के 1500 बरस के इतिहास में पहली बार जापान से बाहर इसका आयोजन किया गया। ब्रिटेन में लंदन के प्रसिद्ध रॉयल अल्बर्ट हाल में जापान फेस्टिवल के अंतर्गत इस पहलवानी स्पर्धा का आयोजन किया गया।
- 1997 में इटली के लेखक डारियो फो को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
- 2004 में अफगानिस्तान के इतिहास में पहली बार लोगों ने अपनी पसंद का राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान में हिस्सा लिया। चुनाव में हामिद करजई विजयी रहे। देश में 2001 में तालिबान के पतन के बाद करजई ने अंतरिम राष्ट्रपति का दायित्व निभाया था।
- 2012 में तालिबान के बंदूकधारियों ने पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की हिमायत करने वाली 15 बरस की मुखर वक्ता मलाला यूसुफजई को सिर में गोली मारी। मलाला इस घातक हमले में बच गईं।
Latest India News