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Hindi News भारत राष्ट्रीय जम्मू कश्मीर के सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगा नाइट कर्फ्यू, सुरक्षा बल अलर्ट, जानें वजह

जम्मू कश्मीर के सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगा नाइट कर्फ्यू, सुरक्षा बल अलर्ट, जानें वजह

सीमा पार से घुसपैठ और ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी के खतरे को देखते हुए उठाया गया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक किलोमीटर के दायरे में रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा।

गश्त करते बीएसएफ के जवान- India TV Hindi Image Source : एपी\फाइल सीमा पर गश्त करते बीएसएफ के जवान

जम्मू:  जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में इंटरनेशनल बॉर्डर से सटे एक किलोमीटर के दायरे में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस इलाके में सुरक्षा के मद्देनजर मंगलवार को रात का कर्फ्यू लगाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक कर्फ्यू क्षेत्र पर बीएसएफ जवानों की प्रभावी पकड़ सुनिश्चित करने के मद्देनजर लगाया गया है। एक आधिकारिक आदेश से यह जानकारी मिली। आदेश में बताया गया है कि यह कदम कोहरे की वर्तमान स्थिति में सीमा पार से घुसपैठ और ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी के खतरे को देखते हुए उठाया गया है। 

नौ बजे से सुबह छह बजे तक आवाजाही पर रोक

जिलाधिकारी अनुराधा गुप्ता द्वारा जारी आदेश के तहत सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से एक किलोमीटर तक के क्षेत्र में रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक नागरिकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आदेश में कहा गया है, टकोई भी व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे एक किलोमीटर तक के क्षेत्र में रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक आवाजाही नहीं करेगा।' 

अगले दो महीने तक जारी रहेगा कर्फ्यू

आदेश में कहा गया है कि जिला स्तरीय स्थायी समिति की बैठक के दौरान, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक किलोमीटर के दायरे में रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक रात का कर्फ्यू लगाने की बात कही ताकि वे अपने कर्तव्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से निभा सकें। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और दो महीने तक जारी रहेगा। 

14 घंटे के अंतराल पर दो आतंकी घटनाएं

बता दें कि घाटी में पिछले दो दिनों में हुई आतंकी घटनाओं ने सुरक्षा बलों और प्रशासन के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। राजौरी के डांगरी गांव में रविवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने एक समुदाय विशेष के लोगों के तीन मकानों पर गोलीबारी की। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 6 घायल हो गए। इतना ही नहीं अगले दिन आतंकवादी हमले के पीड़ितों में से एक के घर के पास आईईडी ब्लास्ट हुआ जिसमें चार  चार साल के एक बच्चे की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। बमुश्किल 14 घंटे के अंतराल पर हुई घटनाओं से इलाके लोग गुस्सा गए विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। 

इनपुट-भाषा

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