मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2024 परीक्षा इस बार काफी विवादों में रही है। कई जगहों से नीट के पेपर लीक होने के बाद सड़क से लेकर संसद तक भारी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। ऐसे में सीबीआई और पुलिस एजेंसियां इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में बिहार पुलिस की राडार पर प्रयागराज के नैनी इलाके का एक डॉक्टर और उसका बेटा आया है। पता लगा है कि डॉक्टर ने अपने बेटे को नीट में पास करवाने के लिए पेपर सॉल्वर को 4 लाख रुपये दिए थे।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बिहार पुलिस को पता लगा है कि प्रयागराज के नैनी इलाके के एक डॉक्टर ने अपने बेटे जो कि नीट की तैयारी कर रहा था, उसके लिए सॉल्वर की व्यवस्था करवाने के लिए 4 लाख रुपये की पेमेंट की थी। अब बिहार पुलिस डॉक्टर और उसके बेटे का पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है लेकिन दोनों ही फरार हैं।
राजस्थान का सॉल्वर और मुजफ्फरपुर में परीक्षा
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी डॉक्टर का नैनी क्षेत्र में निजी अस्पताल है। डॉक्टर का बेटा NEET का अभ्यर्थी था। जानकारी के मुताबिक, 5 मई को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एक परीक्षा केंद्र पर डॉक्टर के बेटे की जगह सॉल्वर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था।
कोटा में सॉल्वर से मिला था छात्र
बिहार पुलिस इस मामले में मैनेजमेंट के भूमिका की भी जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक, बायोमेट्रिक परीक्षण के बावजूद पेपर सॉल्वर को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई थी। खबर है कि डॉक्टर का बेटा पेपर सॉल्वर से कोटा में मिला था जब वह नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस दोनों पिता-बेटे की तलाश कर रही है।
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